Read More…तो इस तरह आप घर बैठे बन सकते हैं लखपति, जल्दी कीजिए कहीं मौका हाथ से न निकल जाए
अटके हैं 122.88 करोड़ रुपए राजफेड सूत्रों ने बताया कि सहकारिता विभाग के माध्यम से 2 अक्टूबर से 26 जनवरी तक 5400 रुपए प्रति क्विंटल के समर्थन मूल्य पर उड़द की खरीद हुई। संभाग के चारों जिलों के 53 हजार 251 किसानों ने 8 लाख 83 हजार 329 क्विंटल उड़द राजफेड के खरीद केंद्रों पर तुलवाया। राजफेड ने संभाग में 476 करोड़ 98 लाख का उड़द खरीदा। इसमें से 39 हजार 848 किसानों को तो राजफेड ने 354 करोड़ 10 लाख का भुगतान तो कर दिया, लेकिन 13403 किसानों का 122 करोड़ 88 लाख का भुगतान अभी नहीं हो पाया।
अटके हैं 122.88 करोड़ रुपए राजफेड सूत्रों ने बताया कि सहकारिता विभाग के माध्यम से 2 अक्टूबर से 26 जनवरी तक 5400 रुपए प्रति क्विंटल के समर्थन मूल्य पर उड़द की खरीद हुई। संभाग के चारों जिलों के 53 हजार 251 किसानों ने 8 लाख 83 हजार 329 क्विंटल उड़द राजफेड के खरीद केंद्रों पर तुलवाया। राजफेड ने संभाग में 476 करोड़ 98 लाख का उड़द खरीदा। इसमें से 39 हजार 848 किसानों को तो राजफेड ने 354 करोड़ 10 लाख का भुगतान तो कर दिया, लेकिन 13403 किसानों का 122 करोड़ 88 लाख का भुगतान अभी नहीं हो पाया।
यह भी पढ़ें
रुपहले पर्दे पर छाई कोटा की एक और बेटी, अब युवाओं के लिए खोलेगी बॉलीवुड के रास्ते
दागी दाने और कचरे का ऑब्जेक्शन! सूत्रोंं के अनुसार राजफेड ने जो उड़द खरीदा था, इसमें कोटा संभाग का करीब 15 हजार क्विंटल उड़द में नैफेड ने निर्धारित मानकों से अधिक कचरा, अपशिष्ट पदार्थ, दागी दाने होने की आपत्ति जताई है। इसके चलते नैफेड ने इस उड़द का गोदामों में भंडारण नहीं किया। माना जा रहा है इसी के चलते भुगतान अटका है। अब नैफेड ने राजफेड अधिकारियों को इस उड़द की छनाई करके अच्छा उड़द ही भंडारित करने के निर्देश दिए। यह भी पढ़ें
राजस्थान देश का पहला ऐसा राज्य जहां इलेक्ट्रोहोम्योपैथी से होगा मरीजों का इलाज
राजफेड क्षेत्रीय अधिकारी नेश शुक्ला ने बताया कि संभाग में खरीदे गए उड़द में से 354.10 करोड़ का 39 हजार 848 किसानों को भुगतान कर दिया गया। अभी 13403 किसानों का 122.88 करोड़ का भुगतान बकाया है। हमने उच्च अधिकारियों को अवगत करा दिया, नैफेड से पेमेंट आते ही भुगतान कर दिया जाएगा।