मॉडल्स ने कोटा डोरिया की साड़ी, कोटा डोरिया से बने ईवनिंग गाउन और फ्रॉक को प्रस्तुत किया। संस्था की निदेशक पूजा राजवंशी ने बताया कि आमतौर पर लोग कोटा डोरिया की साड़ी के बारे में तो जानते हैं, लेकिन इससे अन्य परिधान भी तैयार हो सकते हैं। कोटा डोरिया से बने परिधान नया लुक देने के साथ अपनी परम्परा, कला, संस्कृति को भी दर्शाते हैं। शो डबल राउंड में आयोजित किया गया। दूसरे राउंड में संस्था के विद्यार्थियों ईशिता मित्तल, टीना सोनी, रानु मालव, नूर उल कमर, रेहान, सान्या, नुरेन, प्रियंका मेहरा, रोशनी अंसारी और अलिशा शेख ने पत्रिका के प्रति आमजन के विश्वास को परिधानों के माध्यम से दर्शाया। संस्था के डिजाइनर्स ने क्रिएटिव पेपर आर्ट ड्रैसेज तैयार कर दर्शकों को आश्चर्य में डाला। मॉडल्स ने परिधानों के साथ पेपर बेग्स प्रस्तुत कर नो प्लासटिक, यूज ओनली पेपर बैग्स का संदेश दिया। अशमी राजवंशी, कैफी, शेख निखत, प्रियंका रानी मेहरा, रानू मालव, निशिता, स्वाति सिंह, परिधि, कोमल नंदवाना, अलफिया व नूर उल कमर समेत अन्य ने प्रस्तुति दी। मॉडल्स ने कोटा डोरिया की साड़ी, कोटा डोरिया से बने ईवनिंग गाउन और फ्रॉक को प्रस्तुत किया। संस्था की निदेशक पूजा राजवंशी ने बताया कि आमतौर पर लोग कोटा डोरिया की साड़ी के बारे में तो जानते हैं, लेकिन इससे अन्य परिधान भी तैयार हो सकते हैं। कोटा डोरिया से बने परिधान नया लुक देने के साथ अपनी परम्परा, कला, संस्कृति को भी दर्शाते हैं। शो डबल राउंड में आयोजित किया गया। दूसरे राउंड में संस्था के विद्यार्थियों ईशिता मित्तल, टीना सोनी, रानु मालव, नूर उल कमर, रेहान, सान्या, नुरेन, प्रियंका मेहरा, रोशनी अंसारी और अलिशा शेख ने पत्रिका के प्रति आमजन के विश्वास को परिधानों के माध्यम से दर्शाया। संस्था के डिजाइनर्स ने क्रिएटिव पेपर आर्ट ड्रैसेज तैयार कर दर्शकों को आश्चर्य में डाला। मॉडल्स ने परिधानों के साथ पेपर बेग्स प्रस्तुत कर नो प्लासटिक, यूज ओनली पेपर बैग्स का संदेश दिया। अशमी राजवंशी, कैफी, शेख निखत, प्रियंका रानी मेहरा, रानू मालव, निशिता, स्वाति सिंह, परिधि, कोमल नंदवाना, अलफिया व नूर उल कमर समेत अन्य ने प्रस्तुति दी।
मॉडल्स ने कोटा डोरिया की साड़ी, कोटा डोरिया से बने ईवनिंग गाउन और फ्रॉक को प्रस्तुत किया। संस्था की निदेशक पूजा राजवंशी ने बताया कि आमतौर पर लोग कोटा डोरिया की साड़ी के बारे में तो जानते हैं, लेकिन इससे अन्य परिधान भी तैयार हो सकते हैं। कोटा डोरिया से बने परिधान नया लुक देने के साथ अपनी परम्परा, कला, संस्कृति को भी दर्शाते हैं। शो डबल राउंड में आयोजित किया गया। दूसरे राउंड में संस्था के विद्यार्थियों ईशिता मित्तल, टीना सोनी, रानु मालव, नूर उल कमर, रेहान, सान्या, नुरेन, प्रियंका मेहरा, रोशनी अंसारी और अलिशा शेख ने पत्रिका के प्रति आमजन के विश्वास को परिधानों के माध्यम से दर्शाया। संस्था के डिजाइनर्स ने क्रिएटिव पेपर आर्ट ड्रैसेज तैयार कर दर्शकों को आश्चर्य में डाला। मॉडल्स ने परिधानों के साथ पेपर बेग्स प्रस्तुत कर नो प्लासटिक, यूज ओनली पेपर बैग्स का संदेश दिया। अशमी राजवंशी, कैफी, शेख निखत, प्रियंका रानी मेहरा, रानू मालव, निशिता, स्वाति सिंह, परिधि, कोमल नंदवाना, अलफिया व नूर उल कमर समेत अन्य ने प्रस्तुति दी। मॉडल्स ने कोटा डोरिया की साड़ी, कोटा डोरिया से बने ईवनिंग गाउन और फ्रॉक को प्रस्तुत किया। संस्था की निदेशक पूजा राजवंशी ने बताया कि आमतौर पर लोग कोटा डोरिया की साड़ी के बारे में तो जानते हैं, लेकिन इससे अन्य परिधान भी तैयार हो सकते हैं। कोटा डोरिया से बने परिधान नया लुक देने के साथ अपनी परम्परा, कला, संस्कृति को भी दर्शाते हैं। शो डबल राउंड में आयोजित किया गया। दूसरे राउंड में संस्था के विद्यार्थियों ईशिता मित्तल, टीना सोनी, रानु मालव, नूर उल कमर, रेहान, सान्या, नुरेन, प्रियंका मेहरा, रोशनी अंसारी और अलिशा शेख ने पत्रिका के प्रति आमजन के विश्वास को परिधानों के माध्यम से दर्शाया। संस्था के डिजाइनर्स ने क्रिएटिव पेपर आर्ट ड्रैसेज तैयार कर दर्शकों को आश्चर्य में डाला। मॉडल्स ने परिधानों के साथ पेपर बेग्स प्रस्तुत कर नो प्लासटिक, यूज ओनली पेपर बैग्स का संदेश दिया। अशमी राजवंशी, कैफी, शेख निखत, प्रियंका रानी मेहरा, रानू मालव, निशिता, स्वाति सिंह, परिधि, कोमल नंदवाना, अलफिया व नूर उल कमर समेत अन्य ने प्रस्तुति दी।