300 साल के इतिहास में पहली बार कोटा थर्मल में खत्म हुआ कोयला ज्वॉइंट सीट अलोकेशन अथॉरिटी (जोसा) की ओर से जारी वर्ष 2016-17 की ओपनिंग क्लोजिंग रैंक देखें तो आईआईटी मुम्बई एवं दिल्ली की सीएस ब्रांच विद्यार्थियों की पसंद बनी हुई है। जोसा के अनुसार आईआईटी मुम्बई की सीएस ब्रांच में वर्ष 2016-17 में जेईई एडवांस में टॉप 60 रैंक में आए स्टूडेंट्स को ही दाखिला मिला था।
महापड़ाव से डरी सरकार, 32 रुपए प्रति किलो भाव से खरीदेगी लहसुन आईआईटी दिल्ली में 24 से 115 रैंक इधर, पिछले वर्ष आईआईटी दिल्ली की ओपनिंग रैंक 24 जबकि क्लोजिंग रैंक 115 थी यानी आईआईटी दिल्ली की सीएस ब्रांच में उन्हीं स्टूडेंट्स को दाखिला मिला था, जिनकी ऑल इंडिया रैंक 24 से 115 के बीच थी।
तीन संतान की शर्त से कई बेटे-बेटियां शिक्षा से रह जाएंगे वंचित आईआईटी मुम्बई की सीएस ब्रांच में वर्ष 2014 में ओपनिंग 1 से हुई और क्लोजिंग रैंक 57 रही। 2015 में 1 से 59 एवं 2016 में 1 से 60 ओपनिंग व क्लोजिंग रैंक रही। आईआईटी के किसी भी पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए जो सबसे कम रैंक का स्टूडेंट चुना जाता है, उसे ओपनिंग रैंक कहा जाता है। सबसे अधिक रैंक के स्टूडेंट की रैंक क्लोजिंग रैंक कहलाती है।