झालावाड़ में यह क्या कह गई वसुंधरा, पीएम मोदी को कह डाला छोटा आदमी
कई बच्चों के बैगों में वजन इतना होता है कि अभिभावक तक नहीं उठा पाते है। सरकार ने स्कूली बच्चों के बैगों के वजन कम करने को लेकर नई गाइड लाइन जारी करने से बच्चों के साथ अभिभावकों के चेहरों पर खुशी ला दी है। मानव संसाधन विकास मंत्रालय के निर्देश जारी होने के बाद राजस्थान पत्रिका टीम ने कुछ स्कूलों में जाकर बच्चों के बैगों के वजन को तोला। इनमें एक से सातवीं तक के बच्चे दस किलो तक वजन मिला। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि अब तक स्कूली बच्चे अपने कांधों पर कितना वजन ढो रहे। अब तक सरकारें आंखे मंूदी रही। हालांकि कई बार बैगों के वजन को लेकर मामले भी उठे। सरकार तक यह बातें भी पहुंची, लेकिन आज तक किसी ने इस और पहल नहीं की है। पहली मर्तबा यह पहल हुई है। यदि स्कूल सरकार के दिशा-निर्देशों को लागू करते है तो दूसरी कक्षा तक के बच्चे फ्री बैग मुक्त होंगे। इससे उनका शारीरिक व मानसिक विकास होगा।– एचकेजी- 5.590 किग्रा
– पहली- 6 किग्रा
– पांचवीं- 7.55 किग्रा
– सातवीं- 9.235 किग्रा