बोरावास में मंगलवार सुबह 10 बजे पूर्व सरपंच शिवराज सरगरा जमीनी विवाद के एक मामले में पुलिस कार्रवाई नहीं किए जाने पर गांव के निकट स्थित ढाई सौ फीट ऊंचे मोबाइल टावर पर 150 फीट ऊपर चढ़ गया। जानकारी मिलने के बाद तहसीलदार ओमप्रकाश दाधीच व पुलिस पुलिस पहुंची और समझाइश शुरू की। छह बाद कार्रवाई करने के आश्वासन पर वह नीचे उतरा। तब तक दोपहर के दो बज गए थे।
यह है मामला बोराबास निवासी पूर्व सरपंच शिवराज सरगरा ने बताया कि करीब चार माह पहले गांव में लोगों ने उसके खेत के बीच जबरन रास्ता देने की मांग को लेकर उसके पिता कन्हैयालाल को घायल कर दिया था। मामले में पूर्व सरपंच ने आरकेपुरम थाने में शिकायत दी थी।
चार माह बीतने के बावजूद पुलिस ने कार्रवाई तो दूर आरोपियों के खिलाफ मामला तक दर्ज नहीं किया। ऐसे में दबंगों ने उसके घर आकर मामला वापस लेने के लिए धमकाना शुरू कर दिया। शिवराज ने इसकी भी पुलिस को शिकायत की, लेकिन कुछ नहीं हुआ। हाल ही में हुए पंचायती चुनाव में इन दबंगों के परिवार का एक सदस्य सरपंच का चुनाव जीत गया। सात दिन पहले जब वह कोटा से बाइक पर गांव आ रहा था, तो इन्हीं दबंगों ने चौपहिया वाहन से उसकी बाइक को कट मारकर नीचे गिरा दिया।
सोमवार रात दबंगों ने घर आकर उसे रिवॉल्वर दिखा कर रास्ता देने के लिए उसे फिर से धमकाया। पुराने मामले में भी पुलिस की ओर से किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई, वहीं दबंग परिवार अब उसे बार बार धमकी दिए जा रहा है। ऐसे में परेशान होकर शिवराज मंगलवार को टॉवर पर चढ़ गया।
पूर्व सरपंच को उतार लिया है। पूर्व सरपंच के पिता से मारमीट के मामले में जानलेवा हमले समेत अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर अनुसंधान पूरा कर लिया है। मुख्य आरोपी गोपाल को गिरफ्तार कर लिया गया है। शेष आरोपियों को भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पूर्व सरपंच के खिलाफ भी आत्महत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया है।
– ओमप्रकाश वर्मा, थानाधिकारी, आरकेपुरम