गांधीसागर बांध का जल स्तर भी 1312 फीट के मुकाबले 1282.91 फीट पर पहुंचा है। अब भी बांध 29.09 फीट खाली है। मानूसनी बारिश का एक पखवाड़ा और है। उम्मीद है कि इसमें भराव में और इजाफा होगा। मध्यप्रदेश में लगातार बारिश के चलते बांधों में पानी की आवक हो रही है, नदियां उफान पर हैं। उम्मीद जताई जा रही है कि अच्छी बारिश से आगामी फसलों में किसानों को भरपूर पानी मिल सकेगा।
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पिछले साल से ज्यादा बारिश मौसम वैज्ञानिक एस.बी. मीणा ने बताया कि जून से सितम्बर तक बरसात का सीजन माना जाता है। कोटा संभाग में 625 एमएम बारिश औसत मानी जाती है। पिछले साल 2017 में पूरी 425 एमएम बारिश हुई थी। इस वर्ष जून से अगस्त तक 462.07 एमएम बारिश हो चुकी है। अगस्त में 198.7 एमएम बारिश हुई है। सितम्बर में बढ़कर औसत से ज्यादा 710 आंकड़ा पहुंच गया है यानी औसत से 37 प्रतिशत ज्यादा बारिश हो चुकी है। लगातार हो रही बारिश से नदियों का जलस्तर भी बढ़ रहा है, कई नदियां उफान पर हैं।
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– कोटा-श्योपुर मार्ग बंद मध्यप्रदेश और बारां जिले में लगातार हो रही बारिश के चलते इटावा में पार्वती नदी उफान पर है। कोटा-श्योपुर मार्ग बंद हो गया है। इस मार्ग पर बनी पुलिया पर दो-दो फीट पानी है। इससे श्योपुर से आने वाली सब्जियां खातौली नहीं पहुंच रही।
— – बांधों पर एक नजर बांध क्षमता भराव गांधी सागर 1321 1282.91 फीट राणाप्रताप 1157 1146.73 फीट जवाहर सागर 980 973.90 फीट कोटा बैराज 854 852 फीट