इसके बाद नगर निगम ने यह भी माना है कि जिस तरह से ठेकेदार फर्म की ओर से मनमर्जी से शहर में जगह-जगह कचरे को डाला जा रहा है। उससे शहर में महामारी फैलने का खतरा है। कोटा दक्षिण निगम की आयुक्त कीर्ति राठौड़ की ओर से मैसर्स सुखपाल सिंह कंस्ट्रक्शन को नोटिस जारी किए गए हैं। ठेकेदार फर्म ने महावीर नगर क्षेत्र से निकाले गए कचरे को आम रास्ते पर डाल दिया था। इसकी शिकायत स्थानीय पार्षद ने वीडियो रिकॉर्डिंग के साथ आयुक्त से की थी। इसी तरह बरसाती नाले से निकले कचरे को पॉलिटेक्निक कॉलेज के आसपास और औद्योगिक क्षेत्र में डाल दिया गया। इस इलाके में जगह-जगह कचरा सड़ रहा है। नगर निगम ने अपनी जांच में खुद माना कि इस कचरे के सडऩे से आम लोगों को बदबू का सामना करना पड़ रहा है। इसी तरह नए कोटा में स्थित ट्रांसफर स्टेशन से भी कचरा नहीं उठाया जा रहा है। इसके अलावा ठेकेदार फर्म ने किशोरपुरा थाने के पीछे भी कचरे का ढेर लगा दिया है, जिससे आसपास का वातावरण दूषित हो रहा है।
जगह-जगह फैलाए गए कचरे की जांच नगर निगम ने स्वास्थ्य निरीक्षकों की टीम से करार्ई। इसमें ठेकेदार फर्म की घोर लापरवाही पाई गई। इसके बाद आयुक्त ने ठेकेदार को शहर में जगह-जगह पड़े कचरे को 3 दिन में उठवाकर टे्रंचिंग ग्राउंड पहुंचाने का आदेश भी दिया है।
जिन-जिन इलाकों में कचरा सड़ रहा है, वहां से 3 दिन में कचरा उठवाने के लिए स्वास्थ्य अधिकारी और संबंधित मुख्य स्वास्थ्य निरीक्षकों को भी पाबंद किया है। इन अधिकारियों को 3 दिन में कचरा उठवाना सुनिश्चित करना होगा। ऐसा नहीं करने पर इनके खिलाफ भी अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की चेतावनी दी गई है।
कोटा उत्तर नगर निगम में नयापुरा स्थित बृज टॉकिज परिसर से समय पर कचरा नहीं उठाने के मामले में कोई एक्शन नहीं लिया है, जबकि महापौर, आयुक्त और स्वास्थ्य अधिकारी मौका देख चुके हैं। यहां कचरा सड़ रहा है।