प्रधानमंत्री से मिलेगी गौरांशी 21 मई को सुबह गौरांशी दिल्ली स्थित प्रधानमंत्री आवास पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेगी। इसके लिए गुरुवार सुबह ही वो दिल्ली के लिए प्रस्थान करेगी। दिल्ली से आने के बाद गौरांशी का भोपाल में खेल मंत्री यशोधरा राजे के साथ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं मध्यप्रदेश के राज्यपाल मंगूभाई पटेल से मिलने का कार्यक्रम है।
अब गौरांशी का भविष्य मध्यप्रदेश सरकार की जिम्मेदारी स्वर्ण पदक जीतने के बाद पहली बार मध्यप्रदेश सरकार में खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया गौरांशी से मिली। इस दौरान उन्होंने गले लगकर गौरांशी को बधाई दी। इस दौरान खेल मंत्रालय के डायरेक्टर रवि कुमार गुप्ता एवं असिस्टेन्ट डायरेक्टर विकास कराडकर तथा कोच रश्मि ने भी पूरे परिवार को बधाई दी। सिंधिया ने गौरांशी की इस उपलब्धि को देश और प्रदेश का गौरव बताया। उन्होंने कहा कि गौरांशी के लिए मध्यप्रदेश सरकार हर संभव मदद करेगी। देश-विदेश में जिस एकेडमी में वो प्रवेश लेना चाहे, उसका पूरा इंतजाम मध्यप्रदेश सरकार वहन करेगी। आने वाले टूर्नामेंट की और बेहतर तैयारी के साथ ही गौरांशी के बेहतर भविष्य के लिए भी अच्छा फंड दिया जाएगा, जिसकी तैयारी मध्यप्रदेश सरकार कर रही है।
भावुक हुई सिंधिया बचपन की गौरांशी का स्मरण करते हुए खेल मंत्री सिंधिया भावुक हो गई। उन्होंने परिजनों को बताया कि करीब सात आठ वर्ष की नन्ही गौरांशी उन्हें खेल परिसर में मिला करती थी। उसकी मुस्कुराहट देखकर वे भी उसके पास रुक जाती व इशारों से बात करने का प्रयास करती थी। गौरांशी के साथ जब माता-पिता गौरव व प्रीति मिला करते थे तो इन्हें देखकर बहुत हिम्मत मिलती थी। तीनों मूकबधिर होने के बाद भी हमेशा मुस्कुराते रहना, किसी से कोई गिला शिकवा नहीं रख सदा अपनी बेटी को आगे बढ़ाने के अथक प्रयास करते थे। सिंधिया ने कहा कि पिता गौरव और माता प्रीति के त्याग, मेहनत व समर्पण का नतीजा है कि आज गौरांशी ने देश के लिए गोल्ड मेडल हासिल किया है।