इस दौरान इंशाह भी अपने पूरे रंग में नजर आई। शिक्षकों ने अपनी हाजरी भी इंशाह के सामने लगाई, वहीं क्लास में बच्चों के झगड़े को सुलझाया। प्रधानाचार्य की कुर्सी पर बैठने से पहले वह शरमा गई, लेकिन बैठने के बाद दिनभर उसने व्यवस्था को देखा।
बेटियों को आगे आने के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से दिए गए निर्देशों के अनुरूप कक्षा की अन्य छात्राओं को शिक्षक बनाया गया। शिक्षक रूपेश गुप्ता ने बताया कि छात्राओं ने कक्षाओं में जाकर छोटी कक्षाओंं में पढ़ाया। विषय के शिक्षक उनके साथ रहे। प्रधानाचार्य राहुल शर्मा ने बताया कि परफोरमेंस के आधार पर इंशाह को प्रधानाचार्य बनाया गया। इस मौेके पर विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन भी किया गया। इसमें छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। स्लोगन लेखन,चित्रकला,निबंध लेखन, कविता गायन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था।