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लबान निवासी रुक्मणि गत बुधवार को अपने बीमार तीन बच्चों के उपचार की मदद के लिए जिला कलक्टर रुक्मणि रियार से मिली थी। कलक्टर के निर्देश पर बच्चों को जिला अस्पताल में भर्ती किया गया था। बच्चा वार्ड के आठ नंबर बेड पर भर्ती कर उपचार किया जा रहा था। पीडि़त मां रुक्मणि ने बताया कि शुक्रवार शाम पांच बजे उसने अपनी छह वर्षीय पुत्री मोनिका को बोतल में पानी लेने के लिए नीचे भेजा था। आधा घंटा से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी बालिका नहीं आई तो वह उसकी तलाश में निकल गई। पूरे अस्पताल में तलाश करने के बाद भी उसका पता नहीं चला। उसने इसकी सूचना वार्ड के मेल नर्स को दी। यह भी पढ़ें
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मेल नर्स ने गार्ड को बुलाकर बच्ची की तलाश कराई, लेकिन बालिका नहीं मिली। उसने इसकी सूचना नर्सिंग अधीक्षक व प्रमुख चिकित्सा अधिकारी को दी गई। इसके बाद अस्पताल प्रशासन के बीच हड़कम्प मच गया। मामले की गम्भीरता को देखते हुए अस्पताल प्रशासन ने घटना की जानकारी जिला कलक्टर को दी। जिला कलक्टर ने पुलिस के आला अधिकारियों को बालिका की तलाश करने के निर्देश दिए।टोंक बस स्टैंड पर बिलखती हुई मिली
थानाधिकारी घनश्याम मीणा ने बताया कि अस्पताल से लापता हुई 6 वर्षीय बालिका मोनिका चार घंटे बाद रात 9 बजे टोंक बस स्टैंड पर किसी अनजान व्यक्ति को रोती बिलखती हुई मिली। जिसने बालिका को टोंक पुलिस के सुपुर्द कर दिया। बूंदी पुलिस द्वारा भेजे गए फोटो के आधार पर बालिका की पहचान हो गई है। बालिका को लाने के लिए टीम टोंक भेज दी गई है।
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अस्पताल से एक बालिका के लापता होने की सूचना मिली थी। शहर में टीमें द्वारा बालिका को ढूंढऩे के प्रयास किए गए। रात के करीब 9 बजे लापता बालिका टोंक बस स्टैंड पर मिली है। फोटो के आधार पर बालिका की पहचान हो गई है। बालिका को लाने के लिए टीम टोंक रवाना कर दी गई है। बालिका बस में बैठकर टोंक कैसे गई इस मामले की जांच की जा रही है।घनश्याम मीणा, थानाधिकारी, कोतवाली बूंदी