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जबरन बाल विवाह करवाना चाह रहे थे परिजन, लड़की ने उठा लिया ये कदम और…

locationकोटाPublished: May 08, 2019 11:31:33 pm

Submitted by:

Rajesh Tripathi

बाल विवाह से बचने के लिए किशोरी घर से भाग पहुंची कोटा, चाइल्ड लाइन ने बालिका गृह में दिलवाया प्रवेश

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जबरन बाल विवाह करवाना चाह रहे थे परिजन, लड़की ने उठा लिया ये कदम और…

कोटा. अभिभावकों द्वारा विवाह के लिए दबाव बनाने के बाद किशोरी बचने के लिए बूंदी से कोटा भाग आई। मामले की जानकारी लगने पर चाइल्ड लाइन के लोग उसके पास पहुंचे तथा उसकी समझाइश कर बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया गया, जहां से उसे नांता स्थित बालिका गृह में प्रवेश दिलवाया गया।
केन्द्र समन्वयक भूपेन्द्र गुर्जर ने बताया कि बुधवार को चाइल्ड लाइन को एक कॉलर से सूचना मिली कि एक बालिका 2 दिन से घर वालों द्वारा जबरन शादी करने के डर से कोटा में रह रही थी। वह नयापुरा के एक मकान में किराए से रहने का प्रयास कर रही है, लेकिन उसके पास न तो कोई आईडी है। इस पर नर्बदा कछावा व सद्दाम हुसैन मौके पर पहुंचे। और बालिका से मिले। काउंसलर अल्का अजमेरा से बातचीत में बालिका ने बताया कि कक्षा 11वीं में पढ़ती है। माता-पिता ने उसकी शादी 13 मई को तय कर दी। वह शादी नहीं करना चाहती व आगे पढऩा चाहती है। अब वह घर नहीं जाना चाहती। बालिका को बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया गया। जहां से उसे राजकीय बालिका गृह नांता में आश्रय दिलवाया गया।
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शादी से मना किया तो प्रेमी के घर आकर झूल गई पंखे से !

कोटा. विशिष्ट लोक अभियोजक नितेन्द्र शर्मा ने बताया कि 17 नवंबर 2017 को फरियादी ललित महावर(34) पुत्र सालूराम निवासी सुभाष नगर ने कुन्हा?ी थाने में रिपोर्ट दी थी जिसमे बताया कि उसकी बहन कलावती (38) की 12 साल पहले शादी हुई थी। शादी का संबंद्ध बिग?ने पर पति ने उसे घर वर्ष 2010 में छो? दिया था जिसके बाद वह पिता के घर ही रह रही थी। जो कि बैंक के डेली बेसेज पर हेमंत महावर निवासी लाखेरी के साथ जाती थी।
हेमंत महावर से ही बहन कलावती की शादी की बात चल रही थी। कलावती हेमंत से प्रेम करती थी। कलावती सुबह 9 बजे घर से काम के लिए निकली थी शाम को मेरे मोबाइल पर सूचना मिली कि कलावती ने पंखे से लटक कर फंदा लगा लिया । जिसके बाद जब मोके पर गया तो बहन कलावती हेमंत महावर के बजरंग पुरा कमरे में पंखे से लटकी हुई थी। कप?ो पर लार के निशान थे, पंखे से उसे उतारा तो गर्दन पर लम्बा नीला निशान था। कलावती हेमन्त से प्यार करती थी और उसी से शादी करना चाहती थी। लेकिन हेमन्त ने शादी करने से मना कर दिया।
कलावती ने कई बार मरने के लिए कह दिया लेकिन हेमंत कर मना करने से वह मारने पर विवश हुई और उसी के कमरे में जाकर पंखे पर झूल गई । इस मामले में आरोपी हेमंत के खिलाफ धारा 306 में मामला दर्ज हुआ। मामले में 18 नवंबर को आरोपी युवक को गिरफ्तार किया जहां से उसे हिरासत में भेज दिया गया। जिसके बाद आरोपी को जमानत मिल गई।
अनुसंधान के दौरान पुलिस ने हेमन्त को आत्महत्या का दोषी मानते हुए चालान पेश किया था। ट्रायल के दौरान महिला न्यायालय क्रम 2 के पीठा सीन अधिकारी लोकेश शर्मा ने आरोपी को दोषी मानते हुए 7 साल के कठोर कारावास ओर 10 हजार के अर्थ दण्ड से दंडित किया। मामले में 13 गवाह करवाए गए थे।

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