scriptये कैसी भ्रांति: पहले लिखकर गारंटी दो, वैक्सीन से हम मरेंगे नहीं | Give a guarantee by writing first, we will not die from the vaccine | Patrika News

ये कैसी भ्रांति: पहले लिखकर गारंटी दो, वैक्सीन से हम मरेंगे नहीं

locationकोटाPublished: Jun 18, 2021 01:32:21 pm

Submitted by:

Jaggo Singh Dhaker

कोरोना संक्रमण रोकने के लिए सरकार की ओर से करोड़ों रुपए खर्च करके वैक्सीन लगवाई जा रही है, लेकिन कई जगह लोग भ्रांतियों के कारण वैक्सीन से अभी तक दूर हैं। कोटा संभाग के बारां जिले के सहरिया आदिवासी क्षेत्र में युवा और महिलाएं वैक्सीन के लिए आगे नहीं आ रहे हैं।

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जग्गोसिंह धाकड़
कोटा. कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए वैक्सीन लगाने के लिए चिकित्सा विभाग ने पूरी मशीनरी लगा रखी है। वहीं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और आशा सहयोगिनी भी इस मुहिम में जुटी हुई हैं, लेकिन भ्रांतियां होने के कारण कुछ जगह लोग वैक्सीन नहीं लगवा रहे हैं। सहरिया आदिवासी इलाके में वैक्सीन की हकीकत जानने पत्रिका संवाददाता बुधवार को बारां जिले के शाहाबाद कस्बा और आसपास के गांवों में पहुंचा। यहां शाहाबाद की सहरिया कॉलोनी में जाकर लोगों से पूछा कि वैक्सीन लगवा ली क्या, तो जवाब मिला उससे बुखार आ जाता है और कुछ भी हो सकता है, इसलिए नहीं लगवाई। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता से पूछा तो उन्होंने बताया कि वे जब टीका लगाने के लिए कहती हैं तो लोग कहते हैं पहले लिखकर गारंटी दो कि वैक्सीन लगने से हम मरेंगे नहीं और बुखार जैसी कोई दिक्कत नहीं होगी। इस तरह की भ्रांतियों के कारण वे कोरोना वैक्सीन से दूर हैं। जब स्वास्थ्यकर्मी वैक्सीन के लिए बुलाने जाते हैं तो वे छिप जाते हैं। करीब ८५० लोगों की बस्ती में अब तक 60 साल से अधिक आयु के 20 महिला-पुरुषों ने ही वैक्सीन लगवाई है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मंगलीबाई सहरिया ने बताया कि महिला एवं बाल विकास विभाग के उपनिदेशक हरिशंकर नुवाद भी यहां समझाइश कर चुके हैं।
स्वास्थ्य केन्द्र के पास ही रहते हैं
सहरिया बस्ती सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के बिल्कुल पास में है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मंगलीबाई सहरिया ने बताया कि वे घर-घर समझाइश करने जाती हैं तो लोग नाराज हो जाते हैं।
कोरोना हुआ नहीं तो क्यों लगवाएं
बस्ती के लोगों से बात की तो उन्होंने कहा, हमें कोरोना हुआ ही नहीं तो पहले ही टीका लगाने की क्या जरूरत है। युवा अमृत ने कहा, कोरोना होगा तो वे टीका लगवा लेंगे। पहले ही लगवा लेंगे तो बुखार आ जाएगा।
चार हो चुके पॉजिटिव

आशा सहयोगिनी रामबती ने बताया कि दूसरी लहर में इस सहरिया बस्ती के चार जने कोरोना पॉजिटिव हो चुके हैं। इसी तरह मामोनी गांव में भी ज्यादातर लोगों ने वैक्सीन नहीं लगवाई है।
चिकित्सा विभाग की टीम ने सहरिया लोगों को समझाने का प्रयास कर रही है। यदि वे लगवाने के लिए तैयार हो जाएं तो घर जाकर भी वैक्सीन लगा सकते हैं। अभी ज्यादातर सहरिया गांवों में वैक्सीन में लोग रुचि नहीं ले रहे हैं।
डॉ. आरिफ शेख, ब्लॉक सीएमचओ
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