इस मौके पर उन्होंने कहा, 5 करोड़ 8 लाख रुपए की लागत के ये वाहन राज्य के सभी मेडिकल कॉलेजों को आवंटित किए गए हैं। इन ब्लड बैंकों का 5 हजार यूनिट प्रतिवर्ष से अधिक संग्रहण है। इन वाहनों के जरिए और अधिक रक्त संग्रहण किया जा सकेगा।
ये वाहन एक माह में लगभग 26 दिन स्वैच्छिक रक्तदान शिविरों का आयोजन कर लगभग 2600 ब्लड यूनिट संबंधित ब्लड बैंकों को रक्त संग्रहण करके देंगे, जिससे राज्य में 14 वर्ष तक की बेटियों को बिना रिप्लेसमेंट के ब्लड उपलब्ध कराने के लिए संचालित लाड़ली रक्त सेवा योजना व अन्य जरूरतमंदों को बिना रिप्लेसमेंट के रक्त की आपूर्ति की जा सकेगी।
यह सेवा रक्तदान की मुहिम को एक नई दिशा देगी। इन वाहनों में कोई भी रक्तदाता विशेष आयोजन जैसे जन्मदिन, विवाह की वर्षगांठ, प्रियजनों की याद इत्यादि में स्वैच्छिक रक्तदान आसानी से कर सकेंगे।
अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त होंगे वाहन
वाहनों में दो डोनर काउच, दो ब्लड कलेक्शन मॉनिटर एवं ट्यूब सीलर 200 यूनिट रक्त क्षमता वाला रेफ्रिजरेटर, एक ऑक्सीजन सिलेंडर, एक डिजिटल थर्मामीटर और रक्तदाताओं को प्रोत्साहित करने के लिए एक एलईडी टीवी मय पब्लिक एड्रेसिंग सिस्टम आदि उपलब्ध है।
वाहनों में दो डोनर काउच, दो ब्लड कलेक्शन मॉनिटर एवं ट्यूब सीलर 200 यूनिट रक्त क्षमता वाला रेफ्रिजरेटर, एक ऑक्सीजन सिलेंडर, एक डिजिटल थर्मामीटर और रक्तदाताओं को प्रोत्साहित करने के लिए एक एलईडी टीवी मय पब्लिक एड्रेसिंग सिस्टम आदि उपलब्ध है।