पिता भी दे चुके सेवा
कनिष्क ने बताया कि उनको कोटा से गहरा लगाव है। बचपन की यादें कोटा से बहुत जुड़ी हैं। कोटा में पढ़ाई करने से ही इस मंजिल तक पहुंचा हूं। पिता सांवरमल वर्मा आईएएस अधिकारी हैं। वर्तमान में वे चूरू के जिला कलक्टर हैं। कोटा में वे बतौर एसडीएम सेवाएं दे चुके हैं। उस समय कनिष्क कोटा के सेंटपॉल स्कूल में पढ़ाई कर रहे थे। कक्षा 9वीं से 12वीं तक तीन वर्ष उन्होंने कोटा में आईआईटी जेईई की क्लासरूम कोचिंग की। कनिष्क के ताऊ आईएएस केसी वर्मा भी कोटा में संभागीय आयुक्त रह चुके हैं।
कनिष्क ने बताया कि उनको कोटा से गहरा लगाव है। बचपन की यादें कोटा से बहुत जुड़ी हैं। कोटा में पढ़ाई करने से ही इस मंजिल तक पहुंचा हूं। पिता सांवरमल वर्मा आईएएस अधिकारी हैं। वर्तमान में वे चूरू के जिला कलक्टर हैं। कोटा में वे बतौर एसडीएम सेवाएं दे चुके हैं। उस समय कनिष्क कोटा के सेंटपॉल स्कूल में पढ़ाई कर रहे थे। कक्षा 9वीं से 12वीं तक तीन वर्ष उन्होंने कोटा में आईआईटी जेईई की क्लासरूम कोचिंग की। कनिष्क के ताऊ आईएएस केसी वर्मा भी कोटा में संभागीय आयुक्त रह चुके हैं।