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यह दी जाएगी जानकारी
प्रार्थना के दौरान करीब 20 से 25 मिनट में बच्चों से सर्प विशेषज्ञ वार्ता करेंगे। उन्हें बताया जाएगा कि सर्प डस ले तो सबसे पहले क्या करें। किन-किन बातों का ध्यान रखा जाए। बच्चों को जहरीले व सामान्र्य सर्पों की जानकारी भी दी जाएगी। Special Story: सांप का जहर ‘मौत’ नहीं ‘जिंदगी’ भी देगा, कैसे पढि़ए खास खबर…
इस तरह हुई पहल
गत दिनों से लगातार हो रही सर्पदंश घटनाएं व गत माह नयागांव में दो बच्चों को सर्प द्वारा काटने की घटना के बाद प्रो. विनोद महोबिया सर्प एवं मानव कल्याण संस्थान के निदेशक विनीत महोबिया ने जिला शिक्षा अधिकारी से इस सम्बन्ध पत्र लिखकर अवगत करवाया था। उनकी बात से सहमत होकर उन्होंने स्कूलों में यह महत्वपूर्ण जानकारी देने के लिए निर्देर्शित किया। विनीत ने बताया कि संस्थान की टीम के सदस्य स्कूलों में जाकर जानकारी देंगे।
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स्कूलों के बाहर लगाएंगे बोर्ड
सर्प व सर्पदंश के प्राथमिक उपचार की जानकारी के बोर्ड स्कूलों के बाहर लगाने पर विचार भी किया जा रहा है। इस बोर्ड के माध्यम से भी आमजन को जागरूक किया जाएगा। इसमें सर्प विशेषज्ञों के नंबर भी अंकित किए जाएंगे। जागरूकता जरूरी विज्ञान के इस युग में भी लोग सर्प दंश के मामलों में टोने-टोटके के फैर में फंस जाते हैं। इन स्थितियों से निपटने के लिए जागरूकता जरूरी है। सर्प दंश की घटनाओं को देखते हुए एक संस्था ने इस तरह का आग्रह किया था। चूंकि यह कार्य सामाजिक है, इसलिए प्रार्थना से पहले इस सम्बंघ में बच्चों को जानकारी देने के लिए सहमति दी है। यह जिले स्तर पर ही निर्णय लिया है।
गंगाधर मीणा, जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक)