अपनी ही सीट पर मुश्किलों में घिरी मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे..इन्होंने किया मानवेंद्र सिंह के समर्थन का ऐलान
बैंक और पोस्टऑफिस है यहां जानकारी के अनुसार परिसर में बैंक व पोस्ट ऑफिस है। इसके अलावा मंदिर व गुरुद्वारा भी है। सभी की लाइटें काट दी गई। इन्हें अब अस्थाई रूप से बिजली दी जा रही है। मंदिर में पानी के बिना सेवा प्रभावित हो रही है। धार्मिक स्थल पर बिजली का प्रबंध तो फिलहाल नगर विकास न्यास ने कर दिया, लेकिन पानी के अभाव में मुश्किल हो रहा है। मंदिर में टैंकर मंगवाना पड़ रहा है।
बैंक और पोस्टऑफिस है यहां जानकारी के अनुसार परिसर में बैंक व पोस्ट ऑफिस है। इसके अलावा मंदिर व गुरुद्वारा भी है। सभी की लाइटें काट दी गई। इन्हें अब अस्थाई रूप से बिजली दी जा रही है। मंदिर में पानी के बिना सेवा प्रभावित हो रही है। धार्मिक स्थल पर बिजली का प्रबंध तो फिलहाल नगर विकास न्यास ने कर दिया, लेकिन पानी के अभाव में मुश्किल हो रहा है। मंदिर में टैंकर मंगवाना पड़ रहा है।
प्यासे परिंदे, सूख रहे पौधे
कॉलोनी में पहले पानी के दो कनेक्शन थे, लेकिन दोनों की काट दिए। इससे मोर संरक्षित क्षेत्र में पानी का संकट हो गया। मोरों की देखरेख करने वाले सामाजिक कार्यकर्ता राजेश जैन व अन्य ने बताया कि पिछले आठ दिन से मोरों के लिए पानी नहीं है। इससे मोरों पर संकट आ रहा है। दाने की व्यवस्था तो है, लेकिन पानी के बिना मुश्किल हो रही है। पेड़ पौधे भी सूखने लगे हैं।
भाजपा नेता के कार्यालय से 6 लाख की चोरी बढ़ा असामाजिक तत्वों का खतरा कॉलोनी में मेन रोड की ही लाइटें जलती है। शेष अंधेरे में डूबी रहती है। इससे असामाजिक तत्वों के लिए कॉलोनी प्रमुख केन्द्र बन गई है। असामाजिक तत्व अवसर पाकर अंदर प्रवेश कर जाते हैं। लोग यहां मॉर्निंग वॉक करने के लिए आते हैं। सर्दी में सुबह अंधेरा रहता है, ऐसे में कीड़े व अन्य दुर्घटनाओं का अंदेशा भी बना रहता है। रोज घूमने आने वाले लघु उद्योग काउंसिल के अध्यक्ष एलसी बाहेती बताते हैं कि सरकार एक ओर कॉलोनी को आक्सीजोन बना रही है, वहीं यहां के नल व बिजली कनेक्शन ही काट दिए हैं। प्रशासन इस मामले में विचार करें। एस बी नागर के अनुसार पानी की व्यवस्था नहीं हुई तो यहां मोर संरक्षण क्षेत्र में मोरों की दुर्गति हो जाएगी। आईएल बंद होने के बाद से ही इन पर पहले से ही संकट के बादल मंडरा रहे हैं।