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जिले में गत सितम्बर माह में कोरोना का कहर सामने आया था। इस माह जांच में 11.3 प्रतिशत सेम्पल की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। जबकि सितम्बर में अगस्त माह की तुलना में जांच की संख्या घटकर 6532 रही थी, इनमें 735 लोग कोरोना पॉजिटिव मिले थे। चिकित्सा सूत्रों की माने तो अब अक्टूबर माह में जिले में कोरोना का प्रकोप कम हुआ है। इस माह 3352 लोगों के सेम्पल लिए गए। इनमें 187 लोग पॉजिटिव मिले हैं। जो कुल सेंपल का 5.6 प्रतिशत है।
जिले में गत सितम्बर माह में कोरोना का कहर सामने आया था। इस माह जांच में 11.3 प्रतिशत सेम्पल की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। जबकि सितम्बर में अगस्त माह की तुलना में जांच की संख्या घटकर 6532 रही थी, इनमें 735 लोग कोरोना पॉजिटिव मिले थे। चिकित्सा सूत्रों की माने तो अब अक्टूबर माह में जिले में कोरोना का प्रकोप कम हुआ है। इस माह 3352 लोगों के सेम्पल लिए गए। इनमें 187 लोग पॉजिटिव मिले हैं। जो कुल सेंपल का 5.6 प्रतिशत है।
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जिले में सबसे अधिक कोरोना जांच गत अगस्त माह में की गई। इस माह 10 हजार 414 लोगों संदिग्धों की जांच हुई, जिसमें 419 लोग कोरोना पॉजिटिव मिले। पॉजिटिव मिले लोगों का औसत जांच की तुलना में 4 प्रतिशत रहा था। वहीं गत अप्रेल माह में 899 लोगों की जांच की गई थी। इनमें पहला व एक मात्र पॉजिटिव मिला था। पॉजिटिव मिली किशोरी भंवरगढ़ कस्बे की रहने वाली थी तथा वह मध्यप्रदेश के बड़ौदा कस्बे में अपने नाना के यहां से वापस लौटते ही बीमार हो गई। तब चिकित्सा विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग ने इसे गंभीरता से लेते हुए बालिका व उसके परिजनों को कोटा भिजवाया था, जहां कई दिन के उपचार के बाद वह स्वस्थ हो गई थी।
जिले में सबसे अधिक कोरोना जांच गत अगस्त माह में की गई। इस माह 10 हजार 414 लोगों संदिग्धों की जांच हुई, जिसमें 419 लोग कोरोना पॉजिटिव मिले। पॉजिटिव मिले लोगों का औसत जांच की तुलना में 4 प्रतिशत रहा था। वहीं गत अप्रेल माह में 899 लोगों की जांच की गई थी। इनमें पहला व एक मात्र पॉजिटिव मिला था। पॉजिटिव मिली किशोरी भंवरगढ़ कस्बे की रहने वाली थी तथा वह मध्यप्रदेश के बड़ौदा कस्बे में अपने नाना के यहां से वापस लौटते ही बीमार हो गई। तब चिकित्सा विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग ने इसे गंभीरता से लेते हुए बालिका व उसके परिजनों को कोटा भिजवाया था, जहां कई दिन के उपचार के बाद वह स्वस्थ हो गई थी।
read also : दक्षिण निगम में आज थम जाएगा चुनावी शोर कोरोना संक्रमण की जांच रोगी के लक्षण को देखकर कराई जाती है। इस महामारी को लेकर अब लोगों में खासी जागरूकता आई है। जांच के लिए भी लोग चिकित्सालय भी नहीं पहुंच रहे। इससे जांच में कमी आई है। उम्मीद है कि आने वाले दिनों में स्थिति में और सुधार होगा।
डॉ. राजेन्द्र मीणा, डिप्टी सीएमएचओ बारां
डॉ. राजेन्द्र मीणा, डिप्टी सीएमएचओ बारां