ग्रामीणों की दिखी भागीदारी . आज के बदलते समय में एकता शब्द का अर्थ बदलता जा रहा है ।परिवार की एकता खत्म होती जा रही है । वर्तमान परिवेष में समाज की एकता भी छिन.बिन्न होती नजर आ रही है । समाज में राजनीतिक का प्रवेश होने से समाज कई भागों में बटने लगा है ।ऐसे में समाज की एकता सामूहिक आयोजन धीरे धीरे एक विशेष आयोजन समिति तक सिमट के रह जाता है ।लेकिने जजावर कस्बें में धीवर माली समाज का सामूहिक विवाह सम्मेंलन में जनप्रतिनिधी से लेकर राजनितिक से परे उठकर युवा एबुजुर्ग विभिन्न वर्गों के लोग सामूहिक सम्मेलन में अपनी अपनी सेवाएं दे रहे थे।द सभी समाजों के लोगों ने सम्मेलन की व्यवस्था की सामूहिक जिम्मेदारी ले रखी थी । यहां कोई भोजनशाला मैं भोजन की व्यवस्था देख रहे थे तो कोई जलपान की व्यवस्था देख रहे थे।
सामूहिक विवाह सम्मेलन में जिला माली विकास समिति के जिला अध्यक्ष सीताराम सैनी ए ग्राम विकास अधिकारी फूंदी लाल सैनी एमाली समाज के समाज सेवक जगदीश पीटीआई एअखिल भारतीय माली संस्थान के जिला अध्यक्ष प्रेम शंकर सैनी व राष्ट्रीय प्रवक्ता टीआर सैनी आदि समाज के गणमान्य लोग शामिल रहें ।