अस्पताल अधीक्षक डॉ. सीएस सुशील के अनुसार बूंदी के जाखमुण्ड निवासी अर्जुन लाल अपनी पत्नी ममता को लेकर नए अस्पताल पहुंचा था। वह पर्ची काउंटर पर पर्ची कटवाने चला गया। इस बीच गायनिक वार्ड जाते समय बीच में ही ममता को प्रसव पीड़ा होने लगी। उसके साथ उसकी सास व एक महिला थी। ममता वहीं लेट गई और दर्द से तड़पने लगी।
तभी वहां से गुजर रहे सुरक्षा गार्ड मुकेश मीणा ने प्रसूता को गोद में उठाया और दौड़ता हुआ गायनिक वार्ड में लेकर पहुंचा, लेकिन इस बीच ममता ने रास्ते में बच्ची ने जन्म दे दिया। गनीमत रही कि महिला के कपड़े उसके हाथों में थे। इस वजह से नवजात नीचेे नहीं गिरी। गार्ड ने दोनों को गायनिक वार्ड में भर्ती कराया। इसके बाद डॉक्टरों ने उसे संभाला।