दरअसल उदयपुर के महाराणा मेवाड़ चैरिटेबल फाउण्डेशन द्वारा कोटा ग्रामीण के पुलिस थाना चेचट को वार्षिक परफारमेंस मेजरमेंट सिस्टम (पीएमएस) रिपोर्ट के आधार पर महाराणा मेवाड़ विशिष्ट सम्मान से 1 मार्च 2020 को सम्मानित किया जाना था। चेचट थाना इस रिपोर्ट में औसतन 140.50 अंकों के साथ प्रथम रैंक हासिल कर राजस्थान का सिरमौर बना था। कोटा जिले की रामगंजमंडी तहसील का कस्बा चेचट, कोटा मुख्यालय से करीब 70 किलोमीटर दूर है।
इन मानकों पर घोषित किया था नम्बर वन
कोटा जिले के चेचट थाने में आने वाले हर व्यक्ति की तुरन्त सुनवाई की जाती है। नियमों के अनुसार किसी भी थाने में लंबित मामले दस फीसदी से ज्यादा नहीं होने चाहिए, लेकिन चेचट थाने में इसे पांच प्रतिशत से ज्यादा होने ही नहीं दिया जाता। सूचना मिलने के बाद इनकी कोशिश अधिकतम पांच मिनिट में मौके पर पहुंचने की होती है। दूरदराज के क्षेत्र में निकटतम गश्ती दल को भेजा जाता है, इस आधार पर जनता के बीच चेचट थाने की छवि अच्छी है।
महाराणा मेवाड़ फाउण्डेशन वार्षिक सम्मान समारोह में इस सम्मान के तहत चेचट थाने को प्रशस्ति पत्र, मेडल, तोरण व पच्चीस हजार एक का चैक प्रदान कर महाराणा मेवाड़ विशिष्ट सम्मान से सम्मानित किया जाना था, लेकिन इससे पहले से अवैध बजरी के बदले मंथली वसूली में धरा गया।