scriptHeavy rain: भारी बारिश, कोटा बैराज के गेट खोले | Heavy rain, gates of Kota barrage opened | Patrika News

Heavy rain: भारी बारिश, कोटा बैराज के गेट खोले

locationकोटाPublished: Aug 02, 2021 10:28:01 am

Submitted by:

Jaggo Singh Dhaker

चम्बल में बने बांधों में पानी की आवक बढ़ी। जवाहर सागर से 35 हजार क्यूसेक पानी की आवक हो रही है। इसे देखते हुए कोटा में चम्बल पर बने बांध कोटा बैराज के भी दो गेट खोल दिए गए हैं। इनसे 5 हजार क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है।

kotaberaj.jpg
कोटा. हाड़ौती में मानसून मेहरबान है। नदियां-तालाब, बांध लबालब हो चुके है। कोटा, बारां, झालावाड़ व बूंदी में शनिवार रात से शुरू हुई कभी तेज तो कभी रिमझिम बारिश का दौर सोमवार सुबह तक तक चलता रहा। बारिश के चलते चम्बल नदी के बांधों में पानी की आवक बढ़ गई है। जवाहर सागर से हो रही 35 हजार क्यूसेक पानी की आवक हो रही है। इसे देखते हुए कोटा में चम्बल पर बने बांध कोटा बैराज के भी दो गेट खोल दिए गए हैं। इनसे 5 हजार क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है। वहीं ग्रामीण इलाकों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। खेत जलमग्न हो गए। घरों में पानी घुस गया। कई कच्चे मकान गिर गए। कई जगहों पर आवागमन अवरुद्ध हो गया। कोटा के पूनम कॉलोनी में सीवरेज कार्य के कारण मिट्टी धंस गई। बारां जिले के छबड़ा में हिग्लोट बांध छलक गया। इस पर 10 सेंटीमीटर की चादर चली। इसकी भराव क्षमता 6.70 मीटर है। बारां के फोरेस्ट नाला व बाणगंगा नदी लबालब हो गए। मौसम केन्द्र जयपुर के अनुसार, कोटा जिले के दीगोद में 130, खातौली में 115, पीपल्दा 81, सांगोद 70, बूंदी जिले के केशवरायपाटन में 120, हिंडोली में 96, नैनवां में 93, इन्द्रगढ़ में 71, बारां जिले के बारां में 105, अटरू में 100, अंता में 97, मांगरोल में 75 एमएम भारी बारिश मापी गई।
दो मकान व एक स्कूल भवन धराशायी, एक युवक की मौत
कवाई (बारां). लगातार बारिश से थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम टांची में प्राइमरी विद्यालय भवन की बिल्डिंग बारिश के दौरान रविवार दोपहर को पिल्लर गिरने से धराशायी हो गई, जिसमें धनराज थान की दबने से मौत हो गई। सालपुरा क्षेत्र स्थित कालबेलिया बस्ती में एक मकान ढह गया।
heavy rain: बारां के शाहाबाद में भारी बारिश, पार्वती नदी उफनी

खेत हो गए जलमग्न
कोटा जिले के इटावा, पीपल्दा, खातौली, सुल्तानपुर क्षेत्र के दर्जनों गांव के खेत बारिश के कारण जलमग्न हो गए। इससे फसलें डूब गई है। किसानों को भारी नुकसान है। सीमल्या के ढाबा गांव में अंडरपास में पानी अवरुद्ध होने से गांव- पानी-पानी हो गया। दीगोद में उपखण्ड अधिकारी व सिविल न्यायालय परिसर में तीन-तीन फीट पानी भर गया। सुल्तानपुर क्षेत्र के बरनेठिया तालाब की पाल में सुराख हो गया। आनन-फानन में ग्राम पंचायत ने अस्थाई कट्टे डालकर इसे बंद किया। सुल्तानपुर खाड़ी की पुलिया पर चार फीट पानी की चादर चली। लुहावद खाड़ी की पुलिया बह गई।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो