पूरा पेपर कुल 180 अंकों का था। कुल प्रश्नों की संख्या 51 रही। यानी तीनों विषयों फिजिक्स, कैमेस्ट्री व मैथेमेटिक्स में 17-17 प्रश्न विभाजित कर दिए गए थे। पेपर 1 में चार सिंगल करेक्ट पूछे गए थे। जिसमें सही जवाब देने पर तीन अंक एवं गलत जवाब देने पर माइनस एक अंक का प्रावधान था। तीन मल्टीपल करेक्ट प्रश्न आए। जिसमें सही जवाब देने पर चार अंक एवं गलत जवाब देने पर माइनस दो अंक का प्रावधान था। न्यूमेरिकल एवं इंटीजर टाइप के कुल छह प्रश्न आए। इसमें सही जवाब देने पर चार अंक मिलेंगे जबकि गलत जवाब देने पर माइनस मार्किंग नहीं थी। मैच द कॉलम के चार प्रश्न आए। जो कि एक तरह से सिंगल करेक्ट प्रश्नों की तरह होता है। इसमें सही जवाब देने पर विद्यार्थी को तीन अंक मिलेंगे जबकि गलत जवाब देने पर माइनस एक अंक का प्रावधान है।
कुल 180 अंकों का रहा एवं कुल 51 प्रश्न पूछे गए। जिन्हें 17-17 प्रश्नों के आधार पर तीनों विषयों में विभाजित किया गया था। इसमें चार सिंगल करेक्ट प्रश्न थे। सही जवाब पर तीन अंक एवं गलत पर माइनस एक अंक का प्रावधान था। तीन मल्टी करेक्ट प्रश्न पूछे गए थे। जिसमें सही आंसर पर चार अंक एवं गलत आंसर पर माइनस दो अंक का प्रावधान था। दो पैराग्राफ भी आए थे एवं प्रत्येक पैराग्राफ से दो-दो प्रश्न पूछे गए। सही आंसर पर तीन अंक मिलेंगे जबकि गलत आंसर पर माइनस मार्किंग का कोई प्रावधान नहीं था। इसी प्रकार छह नॉन नेगेटिव इंटीजर टाइप प्रश्न पूछे गए थे। जिसमें सही आंसर पर चार अंक मिलेंगे जबकि गलत आंसर पर माइनस मार्किंग का कोई प्रावधान नहीं था।