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Flood in Chambal : भारी बरसात, बाढ़ ग्रस्त कोटा-बारां में हाहाकार

locationकोटाPublished: Aug 04, 2021 01:57:41 pm

Submitted by:

Kanaram Mundiyar

-चम्बल के बांधों में पानी की भारी आवक, जवाहर सागर व कोटा बैराज से पानी की भारी मात्रा में निकासी हो रही है, कोटा से लेकर धौलपुर तक चम्बल नदी का खतरा बढ़ा-चम्बल की सहायक नदियां खतरे के निशान के उपर चल रही है-इटावा, सुल्तानपुर व बारां के शाहबाद-किशनगंज में बाढ़ के हालात-रोडवेज बस नाले के बहाव में फंसी, बस सवार सभी 40 यात्रियों को सकुशल बाहर निकाला

Flood in Chambal  : भारी बरसात, बाढ़ ग्रस्त कोटा-बारां में हाहाकार

Flood in Chambal : भारी बरसात, बाढ़ ग्रस्त कोटा-बारां में हाहाकार


Breaking Live Update-
-चम्बल के बांधों में पानी की भारी आवक, जवाहर सागर व कोटा बैराज से पानी की भारी मात्रा में निकासी हो रही है, कोटा से लेकर धौलपुर तक चम्बल नदी का खतरा बढ़ा
-कोटा बैराज के दस गेट खोलकर 78 हजार 848 क्यूसेक पानी निकासी
-जवाहर सागर बांध के छह गेट खोलकर 77 हजार क्यूसेक पानी की निकासी
-चम्बल की सहायक नदियां खतरे के निशान के उपर चल रही है
-इटावा, सुल्तानपुर व बारां के शाहबाद-किशनगंज में बाढ़ के हालात
-कोटा-बारां में चहुंओर बचाने की पुकार, सेना की मदद का इंतजार

-भवानीमंडी (झालावाड़)में नदी में दो युवक बहे

-केशवरायपाटन : 7 लोग मिट्टी में दब गए

-भारी बारिश के चलते रेलगाड़ियां प्रभावित
कोटा.
पिछले तीन दिन से बाढ़ की चपेट में आए कोटा-बारां के शहरी क्षेत्र व गांवों में हाहाकार मच गया है। कोटा के इटावा-सुल्तानपुर, बारां के शाहबाद-किशनगंज क्षेत्र में चहुंओर बचाने की पुकार सुनाई दे रही है। कोटा शहर व बारां शहर के बाजार व कॉलोनियां पानी से लबालब हो रखी है। घरों व दुकानों में पानी घुसने से जनजीवन ठप हो गया है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में एसडीआरएफ एवं अन्य बचाव दल रेस्क्यू में जुटे हैं। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में स्थानीय प्रशासन को सेना की मदद का इंतजार है। सरकार ने सेना को मदद के लिए आग्रह किया है। उम्मीद है कि बाढ़ प्रभावितों की मदद के लिए सेना का रेस्क्यू ऑपरेशन जल्द शुरू किया जाएगा।
केशवरायपाटन : 7 लोग मिट्टी में दब गए

बूंदी – चंबल नदी के किनारे केशवरायपाटन कस्बे में टीले के नीचे बसे दो केवट समाज के परिवार के मकानों पर ऊपर से मिट्टी व जर्जर दीवार गिरने से हादसा हो गया। हादसे में केवट समाज के 7 लोग मिट्टी में दब गए, जिसमें से दो को निकाल लिया। जिला कलक्टर, पुलिस अधीक्षक, वृताअधिकारी व स्थानीय प्रशासन रेस्क्यू में जुट गया। अभी मलवे में 5 जने दबे होने की आशंका है। दो में से एक की मृत्यु हो गई है, एक का उपचार किया जा रहा है। यह हादसा प्रशासन की लापरवाही से हुआ है। लंबे समय से पुराने थाने की दीवार जर्जर पड़ी हुई थी। पास में ही पुराने चिकित्सालय की जर्जर दीवार थी। रात को गहरी नींद में सो रहे थे कि अचानक पुराने थाने की जर्जर दीवार का मलवा पट्टियों सहित गरीब परिवारों के घरों के ऊपर गिर गई। जिससे हादसा हुआ।