उप निरीक्षक रामकरण ने बताया कि बल्लभवाड़ी में रहने वाली कृष्णा ठाकुर जनवरी 2019 में शॉपिंग सेंटर स्थित घड़ी कारोबारी हरीश गेहानी के शोरूम पर जॉब मांगने गई। गेहानी ने उसे शोरूम स्थित सर्विस सेंटर पर काम दे दिया।
करने लगे ब्लैकमेल डेढ़ लाख रुपए वसूलने के बाद कालू ने 23 मार्च 19 को गेहानी को फोन कर और पैसों की मांग की। इनकार करने पर कृष्णा ने उन्हें फंसाने और पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराने की धमकी भरे मैसेज भेजना शुरू कर दिया। गेहानी ने उसी दिन पुलिस के आला अधिकारियों को परिवाद दे दिया। जांच के बाद गुमानपुरा पुलिस ने 12-13 अप्रेल को कृष्णा, उसके पति नवीन शर्मा और कालू के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। लेकिन, पुलिस ने तीनों के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय मामला दबा दिया। इस बीच तीनों आरोपी गेहानी को लगातार ब्लैकमेल करते रहे और मांग 25 लाख की जगह पांच लाख रुपए तक पहुंच गई।
गुमानपुरा पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज करने के नौ महीने बाद भी हनीट्रेप के तीनों आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। इसके बाद जब शॉपिंग सेंटर के व्यापारियों ने आला अधिकारियों से मामले की शिकायत की, तब जाकर गत 10 जनवरी को पुलिस ने चुपचाप कृष्णा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया, जबकि उसके पति नवीन शर्मा और इस मामले में 50 हजार रुपए की अवैध वसूली करने के एक अन्य आरोपी महेश चंदेल से पूछताछ कर रही है।
घड़ी शोरूम मालिक को बदनाम करने की धमकी देकर झूठा फंसाने और डेढ़ लाख रुपए की अवैध वसूली करने की मुख्य आरोपी कृष्णा ठाकुर को 10 जनवरी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। बाकी आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।