scriptहनीट्रैप मामले में बर्खास्त विवादित हेड कांस्टेबल व उसके भांजे के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज | honey trapped constable will face fraud charge | Patrika News
कोटा

हनीट्रैप मामले में बर्खास्त विवादित हेड कांस्टेबल व उसके भांजे के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज

न्यायालय के आदेश पर दादाबाड़ी पुलिस ने किया मामला दर्ज
 

कोटाAug 08, 2019 / 08:00 pm

Rajesh Tripathi

kota news

हनीट्रैप मामले में बर्खास्त विवादित हेड कांस्टेबल व उसके भांजे के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज


कोटा. हनी ट्रैप मामले में बर्खास्त पुलिस हेड कांस्टेबल रविंद्र मलिक उसके भांजे रविंद्र चिकारा व दीपक चिकारा पर न्यायालय के आदेश के बाद दादाबाड़ी थाना पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है।
दादाबाड़ी थाना क्षेत्र के प्रतापनगर 751-बी स्थित नशा मुक्ति केंद्र के संचालक तेजवीर मालिक ने एसीजेएम न्यायालय में परिवाद देते हुए पुलिस सेवा से बर्खास्त पुलिस हेड कांस्टेबल रविंद्र मलिक व उसके भांजे रविंद्र चिकारा और दीपक चिकारा पर नशा मुक्ति केंद्र पर जबरन कब्जा करने, स्टॉफ के साथ मारपीट कर उन्हें भगाने व नशा मुक्ति केंद्र में रखे 2 लाख रुपए व अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज चुराने का आरोप लगाया।
नशा मुक्ति केंद्र के संचालन तेजवीर मलिक ने दादाबाड़ी स्थित 751 भी प्रताप नगर में सुशीला देवी चैरिटेबल ट्रस्ट बनाकर नशा मुक्ति केंद्र का संचालन कर रहा था, जहां नल, बिजली, टेलीफोन सहित अन्य बिल उसके नाम आ रहे थे। रविंद्र चिकारा व उसका भाई दीपक चिकारा ने नशा मुक्ति केंद्र पर जबरन कब्जा कर उसके मामा बर्खास्त हेड कॉन्स्टेबल रविंद्र मलिक से हनीट्रेप मामले में राजीनामा करने व जान से मारने की धमकी देने का दबाव बना रहे थे। इस बीच उन्होंने नशा मुक्ति केंद्र पर आने वाले टेलीफोन, नल, बिजली के बिल बिना उसे जानकारी के खुद के नाम करवा लिए।
1000 रुपए की रिश्वत के मामले में दी थी
झूठी गवाही, अब भुगतेगा जेल

इस मामले में एसीजेएम न्यायालय ने दादाबाड़ी थाना पुलिस को आरोपी रविंद्र मलिक उसके भांजे रविंद्र चिकारा व दीपक शिकारा के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज करने के आदेश दिए। जिस पर कार्रवाई करते हुए दादाबाड़ी थाना पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज करने की कार्रवाई शुरू की।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो