इस पर चिंता व्यक्त करते हुए लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने बैठक में ही आईसीएमआर के महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव से फोन पर बात की। डॉ. भार्गव से बात करने के बाद उनकी बात मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डा. विजय सरदाना से भी करवाई। उन्होंने कहा कि आईसीएमआर और मेडिकल कॉलेज मिलकर इस तरह के मामलों की स्टडी करें तथा कारणों का पता लगाएं। डॉ. भार्गव ने डा. सरदाना को केस से जुड़ी जानकारी और दस्तावेज लेकर दिल्ली बुलाया है।
डेंगू की रोकथाम नहीं होने पर जताई नाराजगी
स्पीकर बिरला ने डेंगू, स्क्रब टायफस, मलेरिया और अन्य मौसमी बीमारियों के मरीजों के संबंध में भी अधिकारियों से जानकारी ली। उन्होंने इस बात पर नाराजगी जताई कि डेंगू की रोकथाम के उपायों के प्रति जनजागरण करने के लिए प्रशासनिक स्तर पर ठोस उपाय नहीं किए गए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रचार-प्रसार माध्यमों का उपयोग कर जनजागरूकता अभियान चलाया जाए।
उन्होंने जिला कलक्टर और सीएमएचओ को निर्देश दिए कि जिले की सभी डिस्पेंसरियों में मौसमी बीमारियों से संबंधित दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता हो। इसके साथ महानगरों में डेंगू को नियंत्रित करने के लिए किए जा रहे नवाचारों की भी जानकारी जुटाई जाए।
कोविड वैक्सीनेशन में लाएं तेजी
बैठक में अधिकारियों ने बताया कि जिले में 84 प्रतिशत लोगों को पहली डोज तथा 35 प्रतिशत लोगों को दूसरी डोज लगाई जा चुकी है। बिरला ने अधिकारियों से कहा कि वैक्सीनेशन में और तेजी लाई जाए।