विद्युत निगम के अधिकारियों का कहना है कि नए टावर व लाइन बदलने पर करीब ढाई करोड़ करोड़ रुपए खर्च होंगे। इसको लेकर राशि भी स्वीकृति हो गई है, लेकिन वन विभाग की ओर से स्वीकृति नहीं मिल रही है।
कार्य बीच में अटका जहां-जहां पर वन भूमि नहीं थी। वहां से लाइन व टावर बदल दिए हैं। बाकी जगह स्वीकृति मिलने के बाद ही कार्य होगा। उक्त इलाके में 15 किलोमीटर लाइन बिछाई जाएगी। लोहे के पोलों के स्थान पर टावर लगेंगे। क्षेत्र में 300 टावर लगने से हैं। इनमें से 125 टावर लगा दिए हैं। अभी भी 185 टावर बदलना बाकी है।
इतने हैं कनेक्शन प्रभावित
निगम के अधिकारियों का कहना है कि उक्त लाइन से घरेलू व कृषि कनेक्शनधारक प्रभावित हो रहे हैं। इनमें से 800 कृषि कनेक्शन व 5 हजार घरेलू कनेक्शन हैं।