सडक़ मार्ग की गुणवत्ता की बदहाली का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि सडक़ निर्माण के बाद पहले दिन ही गिट्टी निकलने लगी और एक माह होते-होते सडक़ पर जगह-जगह जख्म बनने लगे हैं।
बोराव से गोपालपुरा ग्राम पंचायत को जोडऩे वाली प्रधानमंत्री सडक़ पर यात्रियों को हिचकोलों भरा सफर करना पड़ रहा है। इस सडक़ पर किया गया पैचवर्क भी कुछ ही दिनों में उधड़ गया।
क्षेत्र में एक वर्ष में दूसरी बार सडक़ के जख्म भरने के लिए पैचवर्क किया गया लेकिन कुछ समय बाद ही पैचवर्क उधड़ जाते हैं। इसका खामियाजा आमजन को भुगतना पड़ रहा है।
स्टेट हाइवे सडक़ पर पड़े गड्ढों पर कहीं पैचवर्क किया तो कही गड्ढे जस के तस हैं। सडक़ पर जगह-जगह गड्ढे नजर आ रहे हैं। केसरपुरा गांव के निकट कई गड्ढे जस के तस हैं।
लोठियाना गांव के पास बरसात के समय धंसी पुलिया की सार्वजनिक निर्माण विभाग ने अभी तक सुध नहीं ली है। इसके चलते यहां हादसे का अंदेशा बना रहता है।
तीन महीने तक गांरटी
सार्वजनिक निर्माण विभाग के सहायक अभिंयता ने बताया कि ठेकेदार को पैचवर्क कार्य समाप्ति के बाद तीन माह की गांरटी होती है।