औषधि नियंत्रण विभाग की कोटा और बूंदी की टीम ने पुलिस के सहयोग से छापा मारा। जिसमें तीनों निर्माता फर्मों से कुल डेढ़ लाख रुपए की कॉस्मेटिक मेहंदी, मेहंदी के कोन, कोण निर्माण करने के उपकरण, पैकिंग मैटेरियल, कोन बनाने के लिए उपयोग में आने वाले रैपर अन्य सामग्री को जप्त किया गया।
औषधि नियंत्रक प्रहलाद मीणा ने बताया कि मेहंदी में जल्दी कलर लाने के लिए मेहंदी के स्थान पर पिक्रिक एसिड केमिकल का उपयोग किए जाने की शिकायत विभाग को मिली थी। पिक्रिक एसिड केमिकल से जहां पर मेहंदी को लगाया जाता है, उस स्थान त्वचा रोग हो जाते हैं। उसमें कार्सिनोजेनिक प्रॉपर्टी कैंसर पैदा करने वाले कारक तत्व होते हैं।