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खुलासा: बसों की डिक्कियों में अहमदाबाद और इंदौर से कोटा आई थी कैप्सूल के खोल की खेप!

locationकोटाPublished: Nov 07, 2019 02:46:01 am

Submitted by:

​Zuber Khan

Gelatin Capsules, Smuggling, Fake drug, Alibaba China: जिलेटिन के अवैध कैप्सूल के खोल की खेप इंदौर और अहमदाबाद से कोटा सप्लाई की गई थी।

Gelatin Capsules

खुलासा: बसों की डिक्कियों में अहमदाबाद और इंदौर से कोटा आई थी कैप्सूल के खोल की खेप!

कोटा . जिलेटिन के अवैध कैप्सूल ( Gelatin Capsules ) के खोल की खेप इंदौर और अहमदाबाद से कोटा सप्लाई की गई थी। ( Illegal Gelatin Capsules smuggling ) पूरा कारोबार लाइसेंस के बिना अवैध रूप से हो रहा था, इसीलिए दवा कारोबारी बिल्टी से माल मंगवाने के बजाय निजी बसों की डिक्कियों से इसकी खेप कोटा मंगवा रहे थे। ( Private buses ) इतना ही नहीं औषधि नियंत्रण विभाग ऑनलाइन सप्लाई की भी जांच कर रहा है।
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औषधि नियंत्रण विभाग ( Drug Control Department ) ने बीते दिन में दवा कारोबारियों के यहां से चार हजार किलो से ज्यादा जिलेटिन कैप्सूल के खाली खोल बरामद किए हैं। ( Gelatin capsule cover ) जांच के दौरान सामने आया कि कैप्सूल के खाली खोल इंदौर और अहमदाबाद से मंगवाए जा रहे थे। माल के साथ ही पूरा कारोबार भी अवैध तरीके से संचालित किया जा रहा था, इसीलिए दवा कारोबारियों ने कैप्सूल के खाली खोल की खेप कॉमर्शियल ट्रांसपोर्टर के यहां बुकिंग करवाने और बिल्टी कटवाने के बजाय अवैध तरीके से मंगवाई थी।

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निजी बसों की डिक्कियों से आए कैप्सूल
ड्रग इंस्पेक्टर रोहिताश्व नागर ने बताया कि जीएसटी ( GST ) नियमों में कड़ाई के बाद कोई भी कॉमर्शियल ट्रांसपोर्टर ( Commercial transporter ) इतनी लंबी दूरी का माल बिना बिल्टी काटे नहीं बेच रहा। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि पूरा अवैध माल बिना बुकिंग के कोटा मंगवाया गया। इसके लिए अहमदाबाद और इंदौर से कोटा आने वाली बसों की डिक्कियों में रखवाकर मंगवाए जाने की बात सामने आ रही है। स्लीपर और एसी बसों के चैसिस के नीचे बनी यह डिक्कियां पूरी तरह पैक होती हैं और इनमें डेढ़ से दो टन माल आसानी से आ जाता है। चूंकि पकड़े गए कैप्सूल के खाली खोल और निजी बसों से कॉमर्शियल लगेज दोनों ही अवैध हैं, इसीलिए न तो दवा कारोबारियों को किसी तरह की बुकिंग करानी पड़ी और न ही बस मालिकों को मालिकों को लगेज के बारे में जानकारी देनी पड़ी। यानी पूरा कारोबार अवैध तरीके से संचालित हो रहा था।
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