मोटी मछली पकडऩे को एसीबी टीम ने पहनी धोती-कुर्ता और पगड़ी, फिर भण्डारे से निकल हाइवे पर मारा छापा
पुलिस और प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि कोटा के चंद्रेसल से कुछ मजदूर ट्रैक्टर-ट्रॉली लेकर बजरी लेने आए थे। वह रात के अंधेरे में टीले के नीचे से बजरी निकाल रहे थे। तभी बजरी का टीला ढह गया। अन्य मजदूरों ने भागकर जान बचाई, जबकि कोटा चंद्रेसल निवासी महावीर धोबी, सुरेश बैरवा, रामकुमार बैरवा व धनकंवर बैरवा नीचे दबे रह गए। घटना के बाद भीड़ जमा हो गई और उन्हें बाहर निकालने के प्रयास किया, लेकिन वह सभी कई फीट नीचे दब चुके थे।
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बाद में सूचना पर केशवरायपाटन थाना पुलिस मौके पर पहुंची और जेसीबी की मदद से रात 12 बजे चारों को बाहर निकाला गया। उनकी मौके पर ही मौत हो चुकी थी। पुलिस चारों के शव केशवरायपाटन लेकर आई। सूचना मिलने पर केशवरायपाटन पुलिस उपअधीक्षक व तहसीलदार भी घटना स्थल पर पहुंच गए।
खूब फल-फूल रहा अवैध कारोबार सूनगर में बजरी का अवैध कारोबार खूब फलफूल रहा है। यहां चम्बल घडिय़ाल अभयारण्य क्षेत्र से बेखौफ बजरी निकाली जा रही है। इसे रोकने के लिए पहले भी मांग कर चुके, लेकिन कोई ध्यान नहीं दे रहे। यहां बजरी माफिया डेढ वर्ष पहले मर्डर तक कर चुके।
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30 ट्रॉली रोज निकाल रहे चम्बल से रोज 30 ट्रॉली से अधिक बजरी निकाली जा रही है। यहां चम्बल नदी में शाम ढलते ही ट्रैक्टर-ट्रॉली और मजदूरों का मेला लग जाता है। चम्बल से बजरी निकाल रहे थे, तभी टीला ढह गया। टीले के नीचे दबने से चार जनों की मौत हो गई है। पूरे मामले की जांच कर रहे हैं।
अभिषेक पारीक, थाना प्रभारी, केशवरायपाटन