शनिवार सुबह भामाशाहमंडी के पास वन भूमि पर मजदूर पत्थर तोडऩे में लगे थे तो कुछ ट्रैक्टर ट्रॉलियों में पत्थर भरे जा रहे थे। शनिवार को यहां से करीब 30-40 ट्रैक्टर ट्रॉलियों में पत्थर भरकर ले जाया गया। इसी तरह बरड़ा बस्ती के पीछे सुबह 6 बजे तक पत्थर तोडऩे के लिए एक के बाद एक धमाके हो रहे थे। करीब सात बजे यहां भी चार पांच ट्रैक्टर.ट्रॉलियों में मजदूर पत्थर भरने में लगे थे। यहां भी देर रात से दिनभर अवैध खनन जारी रहा। वहीं नांता के पास यूआईटी की जमीन पर भी अवैध खनन शुरू हो गया।