मुख्य सतर्कता अधिकारी विजय कुमार गुप्ता ने 6 सदस्य टीम का गठन किया और जबलपुर से कोटा भेजा। मौके पर जांच की अवैध वसूली की जा रही थी। अवैध वसूली कर रहे 4 जनों को विजिलेंस ने रेलवे सुरक्षा बल के हवाले किया है। पूछताछ में स्टेशन के अधिकारी और ठेकेदार के पास पार्किंग स्थल का कोई दस्तावेज नहीं मिला। पिछले दिनों डीआरएम पंकज शर्मा ने निरीक्षण के दौरान भी अपनी आंखों से ये सब देखा था। उसके बाद मंडल वाणिज्य निरीक्षक को निलम्बित करने के आदेश दिए थे, लेकिन वाणिज्य विभाग के अधिकारियों ने डीआरएम के आदेश की पालना नहीं की गई। उन्होंने मौखिक रूप से निलम्बित होने की बात कही थी, लेकिन उसके आदेश जारी नहीं किए थे। इसके अलावा यांत्रिक विभाग में चद्दरों में गड़बड़ी की जांच में करीब 40 लाख की गड़बड़ी भी सामने आई है। इसका भी रेकॉर्ड जब्त कर जांच शुरू की गई।