scriptदेखभाल के अभाव में चौराहों का बिगड़ा स्वरूप… | Impaired appearance of intersections due to lack of care ... | Patrika News

देखभाल के अभाव में चौराहों का बिगड़ा स्वरूप…

locationकोटाPublished: Sep 14, 2019 12:53:19 am

Submitted by:

Anil Sharma

फव्वारे बंद, टूटी जालियां और टाइल्स, लाइटें भी खराब होने से रहता है ंअंधेरा

rawatbhata, kota

रावतभाटा में क्षतिग्रस्त चौराहा।

रावतभाटा. किसी भी शहर की सुंदरता वहां के चौराहों से ही निखरती है। इसी को ध्यान में रखते हुए नगर पालिका प्रशासन ने क्षेत्र में चौराहों को भव्य व सुन्दर बनाए रखने में लाखों रुपए खर्च किए थे, लेकिन रखरखाव व देखभाल नहीं होने से वर्तमान में ये बेनूर हो गए हैं।
पुलिस थाने के पास स्थित चौराहा की सुंदरता देखते ही बनती थी। यहां लगे फव्वारे रात्रि के समय रंगबिरंगा पानी बिखेरते थे, जिसे देखने के लिए शाम के समय लोगों की भीड़ लगी रहती थी। चारों तरफ टाइलें लगी थी, लेकिन देखभाल नहीं होने से फव्वारें खराब गए हैं। चारों तरफ लगी जालियां पुरानी हो गई है। साफ सफाई नहीं होने से गंदगी पड़ी है। सिनेमा चौराहा को थोड़ा छोटा बनाया था, लेकिन इसकी सुन्दरता भी कुछ कम नहीं थी। चौराहों के बीचोंबीच आर्टिफिशियल नारियल का पेड़ लगा है। रात्रि के समय नारियल का पेड़ चारों तरफ से रंगबिरंगी लाइटों के कारण जगमगाता था, लेकिन अब पेड़ का प्लास्टिक तना चारों तरफ से क्षतिग्रस्त हो गया है। लाइटें भी खराब हो चुकी है। बिजली के तार बाहर दिखाई दे रहे हैं। चारों तरफ जाली पर रंग रोगन भी सालों से नहीं किया गया। बालाराम चौराहे के निर्माण पर खर्च तो लाखों रुपए किए गए।बीचोंबीच अत्याधुनिक लाइटें भी लगाई जो अब खराब हो गई। टाइलें कई जगह से टूट गई।
जगह-जगह से टूटी जालियां
एनटीसी चौराहा (सुभाष सर्किल) शहर का प्रमुख स्थान है। यहां पर लोगों की आवाजाही ज्यादा रहती है। चौराहे के बीचोंबीच सुभाषचंद बोस की प्रतिमा लगी है। चारों तरफ टाइल्स लगी है, जो वर्तमान में कई जगह से टूट गई है। कहने को तो यहां फव्वारे भी है, लेकिन बंद पड़े हैं। फव्वारे के चारों तरफ लोहे की जालियां है, जो बीच-बीच में से टूट चुकी है।
निर्माण के बाद भूले सारसंभाल करना
चारभुजा में बप्पारावल चौराहे का निर्माण तो कर दिया। उक्त चौराहे के चारों तरफ गोल सर्किल बना दिया। बीच में एक पेड़ लगा दिया, लेकिन इसके सौंदर्यीकरण पर ध्यान नहीं दिया। हालात यह है कि सर्किल के चारों तरफ की दीवारें कई जगह से क्षतिग्रस्त हो गई है। सर्किल के अन्दर घास भी थोड़ी बहुत ही है, जबकि यह चौराहा भी मुख्य मार्ग पर बना हुआ है। रात्रि के समय यहां पर काफी अंधेरा रहता है। नगर पालिका के अधिकारी भी मानते हैं कि शहर को सुन्दर बनाए रखने में चौराहों का महत्वपूर्ण स्थान होता है। इसी को ध्यान में रखते हुए करीब 30 लाख रुपए का प्रस्ताव भेजा है। स्वीकृति मिलते ही मरम्मत कार्य शुरू करवा दिया जाएगा।
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