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कोटा के इस एक्जामिनेशन हॉल में बच्चे परीक्षा नहीं देंगे, मरीज भर्ती होंगे

locationकोटाPublished: Apr 11, 2021 04:49:54 pm

Submitted by:

Abhishek Gupta

कोटा में कोरोना बेकाबू हो गया है। हालात यह है कि कोविड अस्पताल में भी मरीजों के लिए जगह नहीं बची। इससे मेडिकल कॉलेज प्रशासन चिंतित नजर आ रहा है। मरीजों के बेहतर इलाज के लिए अब मेडिकल कॉलेज में एक्जामिनेशन हॉल को मरीजों के इलाज के लिए रिजर्व किया जाएगा।
 

कोटा के इस एक्जामिनेशन हॉल में बच्चे परीक्षा नहीं देंगे, मरीज भर्ती होंगे

कोटा के इस एक्जामिनेशन हॉल में बच्चे परीक्षा नहीं देंगे, मरीज भर्ती होंगे

कोटा. कोटा में कोरोना बेकाबू हो गया है। हालात यह है कि कोविड अस्पताल में भी मरीजों के लिए जगह नहीं बची। इससे मेडिकल कॉलेज प्रशासन चिंतित नजर आ रहा है। मरीजों के बेहतर इलाज के लिए अब मेडिकल कॉलेज में एक्जामिनेशन हॉल को मरीजों के इलाज के लिए रिजर्व किया जाएगा। एक्जामिनेशन के दो बड़े हॉल है। जिनमें 50-50 बेड लगाए जाएंगे। जिनमें मरीजों का बेहतर तरीके से इलाज हो सकेगा और मरीजों को बेड की सुविधा भी मिल सकेगी। मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ. विजय सरदाना ने बताया कि वर्तमान में यहां परीक्षा भी नहीं चल रही है। ऐसे में यह मरीजों के लिए सेफ जोन रहेगा। बेडों पर पल्स ऑक्सीमीटर व ऑक्सीजन कन्सेनेटर लग जाएंगे। जिससे कम गंभीर मरीज भर्ती हो सकेंगे, जिनको मॉनिटरिंग की कम आवश्यकता रहेगी। यह काम दो-पांच दिन में पूरा हो जाएगा। ऐसे में यदि मरीज बढ़ते है तो उनका यहां इलाज हो सकेगा।
अभी यह हालात
दरअसल, अप्रेल माह में डरावनी रफ्तार से कोरोना का संक्रमण फैल रहा है। अप्रेल के बीते 10 दिन में आंकड़ा 2758 पर पहुंच गया है। जबकि 8 मरीजों की सांसे टूट चुकी है। लगातार बढ़ रहे मरीजों के कारण मेडिकल कॉलेज प्रशासन के भी हाथ पांव फु ल रहे है। मरीजों को भर्ती करने की जगह भी कम पड़ रही है। एसएसबी ब्लॉक के आईसीयू फ्ल होने के कारण आठ से दस मरीजों की वेटिंग चल रही है। उन्हें नए अस्पताल में शिफ्ट कर इलाज करना पड़ रहा है। रात को मरीजों की संख्या अचानक बढऩे से मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने एसएसबी ब्लॉक के 3 ए व 3 बी ब्लॉक भी मरीजों के लिए खोल दिए है। 3 बी ब्लॉक में चार मरीजों को शिफ्ट कर दिया गया है। जबकि इस ब्लॉक में पहले 4 ए व 4 बी खोला हुआ था। उनमें 59-59 मरीज भर्ती थे।
300 पार मरीज भर्ती
कोविड अस्पताल में भर्ती मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। कुल 313 मरीज भर्ती है। इनमें 163 मरीज ऑक्सीजन पर पहुंच गए है। 19 बाइपेप, पॉजिटिव 169 व 144 नेगेटिव-सस्पेक्टेड है।

ये बता रहे, हालात चिंताजनक
कोविड का संक्रमण अचानक बढऩे से बाइ लिट्रेल न्यूमोनिया के गंभीर मरीज वापस अस्पताल में पहुंच रहे है। इस कारण उनकी रिकवरी में समय लग रहा है। मरीज को ऑक्सीजन की जरुरत तो पड़ ही रही है। रिकवरी में आठ से दस दिन का समय लग रहा है। इसके अलावा मृत्यु दर भी बढ़ रही है। जबकि पहले मरीज को ठीक होने में 5 से 7 दिन का ही समय लग रहा था। एसएसबी ब्लॉक में सभी आईसीयू फुल चल रहे है। नए अस्पताल के कई आईसीयू भी फुल हो गए है। ऐसे में करीब आठ से दस मरीजों की वेटिंग चल रही है। उनका इलाज हो रहा है, लेकिन एसएसबी ब्लॉक के आईसीयू में बेड के लिए मशक्कत चल रही है। अस्पताल के सभी वार्ड भी खोल दिए गए है। ऑक्सीजन की खपत भी पहले से चार गुना बढ़ गई है। पहले जहां प्रतिदिन सौ ऑक्सीजन सिलेण्डरों की जरुरत पड़ रही थी, वहां अब चार से पांच सौ सिलेण्डरों की जरुरत पड़ रही है। हालांकि दो जनरेशन ऑक्सीजन प्लांट लगने से दिक्कत नहीं आ रही है।
– डॉ. सीपी मीणा, सीनियर फिजिशियन, मेडिकल कॉलेज कोटा
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ये डरावने आंकड़े
10 अप्रेल 599
9 अप्रेल 439
8 अप्रेल 310
7 अप्रेल 210
6 अप्रेल 161
5 अप्रेल 280
4 अप्रेल 225
3 अप्रेल 199
2 अप्रेल 195
1 अप्रेल 139
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– ऐसे फुल हो रहा अस्पताल
वार्ड
– टीबी
– गायनिक
– गायनिक पोस्ट गायनिक
– स्कीन
– नेफ्रोलॉजी
– इनमें कुल भर्ती मरीज- 125
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आईसीयू
– 28 बेड का मेडिसिन आईसीयू- 4 मरीज भर्ती
– 11 बेड का सर्जिकल आईसीयू- फुल
– 30 बेड का ट्रोमा सेंटर भी फुल
– पोस्ट कार्डियक आईसीयू- फुल

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