पारधी ने गैंगरैप की शिकार हुई पीडि़ता के गांव जाकर उनके परिजनों से बात करने के बाद सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि गैंगरैप मामले में 38 आरोपी पकड़े जा चुके हैं। एक नाबालिग के साथ इस तरह का कृत्य कलंकित करने वाला है और देश में इस तरह का यह संभवत: पहला प्रकरण है।
पीडि़ता के साथ चार माह पहले भी चार आरोपियों ने बलात्कार किया था। उस मामले में भी आरोपी पकड़े जा चुके हैं। दोनों मामलों में अनुसंधान कर शीघ्र चालान पेश करने को कहा है। उन्होंने पुलिस की अब तक की कार्रवाई पर संतोष जताया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अनुसूचित जाति की महिलाओं पर इस तरह के अत्याचार की घटनाएं लगातार बढ़ रही हंै, यह चिंता का विषय है। सरकार अपाधियों को संरक्षण देना बंद करे और त्वरित कार्रवाई करे।
उन्होंने कहा कि पीडि़ता की मां ने उनके घर पुलिस की सुरक्षा कम करने का आग्रह किया है। पुलिस अधिकारियों से पीडि़ता की मां की सहमति से इस संबंध में उचित निर्णय करने को कहा है। इससे पहले उन्होंने कोटा रेंज के पुलिस महानिरीक्षक और ग्रामीण पुलिस अधीक्षक से समूचे घटनाक्रम और अब तक की कार्रवाई की जानकारी ली और आवश्यक निर्देश दिए।