राणा प्रताप सागर बांध के अधिशासी अभियंता रवींद्र कटारा ने बताया कि गांधी सागर बांध का जलस्तर 1312 फीट के मुकाबले 1306.51 फीट था। गांधी सागर बांध से विद्युत उत्पादन कर 4900 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है।
राणा प्रताप सागर बांध का जलस्तर 1157.50 के मुकाबले 1153.62 फीट था। यहां पन बिजली घर से 3210 क्यूसेक पानी का निकास किया जा रहा था, जबकि गांधी सागर से यहां पर 3210 क्यूसेक पानी की आवक हो रही थी।
जवाहर सागर बांध की पूर्ण भराव क्षमता 980 फीट है और इसके मुकाबले बांध में 974 फीट जलस्तर है। जवाहर सागर बांध पर 4444 क्यूसेक पानी की आवक बनी हुई थी। यहां से 6668 क्यूसेक पन बिजलीघर से विद्युत उत्पादन कर पानी का निकास किया जा रहा था।
कोटा बैराज का जलस्तर 854.50 फीट बना हुआ था। यहां पर दाईं नहर में पानी की मात्रा 4050 क्यूसेक से बढ़ाकर 4800 क्यूसेक और बाईं नहर में पानी की मात्रा बढ़ाकर 850 क्यूसेक का निकास किया जा रहा था। जवाहर सागर बांध का जलस्तर पूर्ण भराव क्षमता से कम होने की जानकारी उच्च अधिकारियों को दी गई है।
वहां से निर्देश मिलने पर राणा प्रताप सागर बांध का गेट खोल कर पानी की निकासी की जा सकती है। गांधी सागर बांध अपनी पूर्ण भराव क्षमता से लगभग 6 फीट खाली है, जबकि राणा प्रताप सागर बांध अपने पूर्ण भराव क्षमता से मात्र 4 फीट खाली है।