कौशल और तकनीक को अपडेट करना होगा : प्रो गोदारा कोटा. वद्र्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय और कामर्स कॉलेज प्रोफेसर्स स्कोलरी क्लब की ओर से शनिवार को ‘भारत में कोरोना का रोजगार एवं आय की गुणवत्ता पर प्रभावÓ विषय पर वेबीनार का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि खुला विवि के कुलपति प्रो आरएल गोदारा थे।
उन्होंने कहा, कोरोना संकट में देश का आर्थिक ढांचा चरमरा गया है। रोजगार घटते जा रहे हैं और आर्थिक विकास की गति मंद पड़ गई है। हमें फिर से सक्रिय होना पड़ेगा। तकनीक और कौशल विकास को गति देनी पड़ेगी। श्रम के लिए रोजगार बाजार बनाने होंगे। प्रो गोदारा ने कहा कि कौशल और तकनीक को अपडेट करने से अर्थव्यवस्था में काफ ी सुधार ला सकते हैं। अर्थशास्त्री प्रो गोपाल सिंह ने कहा कि स्थितियां पलट गई हैं और लोगों का मूवमेंट शहरों से गांवों की ओर हो गया है। ऐसे में मंदी, महामारी और बेरोजगारी सहन कर रहे लोगों के लिए सरकार को विकेन्द्रीकृत तरीके अपनाकर रोजगार प्रदान करना होगा। उन्होंने कहा कि तकनीक के हावी होने से भविष्य में अराजकता की स्थिति आ सकती है। इससे निपटना बड़ी चुनौती होगा। लघु उद्योग काउंसिल कोटा के अध्यक्ष एलसी बाहेती ने कहा कि पैकेज देने से काम नहीं चलेगा, रोजगार इंडस्ट्री को ब्याजमुक्त लोन देने से हलचल पैदा की जा सकती है। वीएमओयू के निदेशक अकादमिक प्रो बी अरुण कुमार, डॉ. राकेश शर्मा ने भी इसमें भाग लिया।