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Coronavirus : ट्रेनों में मिलने वाले कम्बल से संक्रमण का खतरा, सालों से नहीं हुई धुलाई, इन ट्रेनों में रखें ख्याल

coronavirus, Kota Junction, Dirty Blankets in trains : कोरोना वायरस को लेकर देशभर में अलर्ट जारी है। इस बीच ट्रेनों में मिलने वाली बेडरोल से संक्रमण का खतरा बना हुआ है।

कोटाMar 08, 2020 / 02:12 am

​Zuber Khan

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Coronavirus : ट्रेनों में मिलने वाले कम्बल से संक्रमण का खतरा, सालों से नहीं हुई धुलाई, इन ट्रेनों में रखें ख्याल

जग्गोसिंह धाकड़ @ कोटा.

कोरोना वायरस ( Coronavirus ) को लेकर देशभर में अलर्ट जारी है। इस बीच रेलवे में भी सतर्कता बरती जा रही है। इसके तहत प्लेटफॉर्म पर यात्रियों के लिए उद्घोषणा हो रही है। इसमें कोरोना के प्रकोप से बचने की सलाह दी जा रही है। कोरोना के लक्षण बताए जा रहे हैं, लेकिन रेलवे में अलर्ट केवल ( Indian Railway ) उद्घोषणा तक ही सीमित है। रेलवे की ओर से अलग से कोई डॉक्टरों की टीम यहां तैनात नहीं की गई है। इसके अलावा ट्रेनों में मिलने वाली बेडरोल से संक्रमण का खतरा ( Dirty blankets in trains ) अभी भी बना हुआ है। बेडरोल में जो कंबल होता है, उसकी धुलाई लंबे समय तक नहीं होती। पत्रिका टीम ने विभिन्न ट्रेनों में जाकर हालात का जायजा लिया तो पाया कि कम्बलों की धुलाई लंबे समय से नहीं हुई। कोच अटेंडेंट का भी कहना है कि कंबल रोज नहीं धोए जा सकते। कम्बल सालों में धुलते हैं या फिर कभी धुलते ही नहीं।
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गंदे मिले कंबल
कोटा जंक्शन से चलने वाली नंदा देवी एक्सप्रेस, कोटा श्रीगंगानगर एक्सप्रेस और यहां से गुजरने वाली स्वर्ण मंदिर मेल और अवध एक्सप्रेस जैसी कई ट्रेनों में कंबल गंदे पाए गए। बेडरोल में जो चादर और तौलिये होते हैं, उनकी धुलाई होती है, लेकिन कंबल की धुलाई कितने दिनों में होती है या नहीं इस बारे में यांत्रिक विभाग के कर्मचारी भी नहीं बता पाए।
वायरस मुक्त करने का फार्मूला नहीं
कोरोना जैसे खतरनाक वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए कम्बलों को पूरी तरह वायरस मुक्त करने का कोई फार्मूला रेलवे के पास नहीं है। रेलवे की ओर से ट्रेन में ऐसी बेडरोल देने के बारे में भी योजना बनाई थी, जिसका यात्री एक बार ही उपयोग कर सकें, लेकिन इस पर पूरी तरह अमल नहीं हो पाया है।
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रेल यात्रियों में वायरस का भय
ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों में कोरोना वायरस का भय है। इस कारण यात्री मुंह पर मास्क लगाकर यात्रा कर रहे हैं। कोटा जंक्शन पर कई यात्री ऐसे मिले, जिन्होंने कपड़े से पूरे मुंह को ढक रखा था और कई यात्रियों ने मास्क लगा रखे थे। ट्रेन में बैठते समय भी यात्रियों ने मास्क लगाए हुए थे।

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