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ठिठुरता धरतीपुत्र, लोगों के पेट की आग बुझाने के लिए जिंदगी को दांव पर लगा रहा राजस्थान का किसान

locationकोटाPublished: Dec 07, 2019 05:36:53 pm

Submitted by:

Suraksha Rajora

रात में सिंचाई करना किसानों के लिए जानलेवा

ठिठुरता धरतीपुत्र, लोगों के पेट की आग बुझाने के लिए जिंदगी को दांव पर लगा रहा राजस्थान का किसान

ठिठुरता धरतीपुत्र, लोगों के पेट की आग बुझाने के लिए जिंदगी को दांव पर लगा रहा राजस्थान का किसान


कोटा . अन्नदाता लोगों के पेट की आग बुझाने के लिए अपनी जिंदगी को दांव पर लगाने को मजबूर है । सिंचाई के लिए बिजली सिर्फ रात में मिलती है इसलिए वह इस ठिठुरती ठंड में खेतों में पानी में खड़े रहकर सिंचाई करने को मजबूर होना पड़ रहा है।
पिछले एक सप्ताह से कोटा ही नहीं पूरे हाड़ौती अंचल में मौसम पलट गया है। सर्दी पूरे शबाब पर है। तापमापी का पारा 10 डिग्री से नीचे उतर चुका है। ऐसी सर्द रातों में घर से बाहर निकलना तो दूर, बिस्तर छोडऩे की हिम्मत नहीं होती। लेकिन, हमारा अन्नदाता राजस्थान का किसान सबकुछ छोड़ कर जमा देने वाली ठंड के बीच खेत में पानी के बीच खड़ा होकर फसल सींचता दिखाई दे रहा है।
कड़ाके की सर्दी में किसानों को घर-बार छोड़कर फसलों को पानी देने के लिए रात में खेतों में डेरा डालना पड़ रहा है। अंधेरे में किसान फसलों की सिंचाई करने को विवश हैं। बढ़ती सर्दी में किसानों ने सिंचाई के लिए दिन में थ्री फेज बिजली देने की मांग उठाई है।

हाड़ौती में रबी सीजन में करीब 13 लाख हैक्टेयर में बुवाई हुई है। किसान फसलों की सिंचाई में जुट गए हैं। सर्दी के कारण किसानों को रात में ही विद्युत मोटरें लगाकर सिंचाई करनी पड़ रही है। विद्युत विभाग ने कोटा जिले में थ्री फेज विद्युत आपूर्ति के लिए चार ब्लॉक बना दिए हैं। चारों ब्लॉक में रोटेशन के आधार पर थ्री फेज बिजली दी जा रही है। जिस ब्लॉक में रात में थ्री फेज बिजली दी जाती है, उस क्षेत्र के किसानों को खासी परेशानी उठानी पड़ती है।

असिंचित क्षेत्र में दिन में दी जाए बिजली
हाड़ौती में रबी सीजन में जितनी बुवाई हुई है, उसमें करीब 40 फीसदी बुवाई असिंचित क्षेत्र में हुई है। असिंचित क्षेत्र में किसान कुओं व ट्यूबवैल से विद्युत मोटरों से सिंचाई करते हैं। किसानों का कहना है कि जिन क्षेत्रों में नहरी सिंचित क्षेत्र नहीं है, वहां मोटरें चलाने के लिए दिन में थ्री फेज विद्युत आपूर्ति की जानी चाहिए।
कादीहेड़ा के किसान गिरिराज मीना का कहना है कि सर्दी में सिंचाई करने से बीमार होने की आशंका रहती है। पानी में खड़े रहकर सिंचाई करने को मजबूर होना पड़ रहा है। किसान हित में सिंचाई के लिए दिन में विद्युत आपूर्ति की जानी चाहिए। किसान नेता जगदीश शर्मा ने कहा कि किसानों के हित में विद्युत वितरण निगम को निर्णय करना चाहिए। किसान संगठनों ने पिछले दिनों विद्युत निगम के अधिकारियों को ज्ञापन भी दिया था।
कसानों के लिए सड़कों पर उतरेंगे
& हाड़कंपा देने वाली सर्दी में रात को सिंचाई के लिए थ्री फेज बिजली देने का निर्णय किसानों की जान लेने वाला है। अधिकारी दिन में भी दफ्तर में हीटर चलाकर बैठते हैं और किसान ठिठुरती सर्दी में रात में पानी में खड़े रहकर सिंचाई करने को मजबूर हंै। इस कारण किसान सर्दी जनित बीमारियों के शिकार हो रहे हैं। सरकार किसानों के हित में तत्काल दिन में सिंचाई के लिए थ्री फेज विद्युत आपूर्ति का निर्णय करे, नहीं तो मैं किसानों के साथ धरने पर बैठूंगा। किसानों के हित में सरकार से आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे।
भवानीसिंह राजावत, पूर्व विधायक लाडपुरा
राोटेशन के आधार पर बदला समय
& सिंचाई के लिए थ्री फेज विद्युत आपूर्ति के लिए चार ब्लॉक निर्धारित किए गए हैं। रोटेशन के आधार पर विद्युत आपूर्ति का समय भी बदला जाता है। हमारा प्रयास रहता है कि किसानों को सिंचाई के लिए दिन में थ्री फेज विद्युत आपूर्ति की जाए।
क्षेमराज मीणा, मुख्य अभियंता, जयपुर विद्युत वितरण निगम
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