जेईई मैन की रैंकिंग के मापदण्डों पर उठे सवाल जोसा की वेबसाइट पर जारी सीट मैट्रिक्स के अनुसार इस वर्ष IIt की 291, NIT की 99, IIIT की 590 एवं GFTI की 764 सीटों में बढ़ोतरी हुई है। कुल 37952 सीटों के साथ-साथ 1473 अतिरिक्त सीटें छात्राओं को आवंटित की जाएंगी।
जेंडर न्यूट्रल एवं फीमेल पूल व्यवस्था
counseling में भाग लेने वाले IIT, NIT एवं अन्य संस्थानों की सीटों को जेंडर न्यूट्रल एवं फ ीमेल पूल में विभाजित किया गया है। यह प्रत्येक college की प्रत्येक ब्रांच में लागू किया गया है। छात्राओं को सीट आवंटन के लिए सर्वप्रथम फ ीमेल पूल में स्पर्धा करनी होगी। उसमें सीट नहीं मिलने पर उन्हें जेंडर न्यूट्रल पूल में रैंक की वरीयता के आधार पर सीट आवंटित की जा सकेगी।
सात राउण्ड में ज्वाइंट काउंसलिंग
एक्सपर्ट अमित आहूजा के अनुसार नई व्यवस्था में काउंसलिंग में भाग लेने वाली सभी छात्राओं को लाभ मिलेगा। पीछे की रैंक वाली छात्राओं को भी अच्छे IIT एवं NIT में ब्रांच मिलने की संभावनाएं बढ़ेंगी। आईआईटी-एनआईटी, ट्रिपलआईटी में प्रवेश के लिए ज्वाइंट काउंसलिंग सात राउण्ड में होगी। इसके उपरान्त एनआईटी, ट्रिपलआईटी की रिक्त रही सीटों के लिए दो स्पेशल राउण्ड काउंसलिंग भी करवाई जाएगी। विद्यार्थियों को अपने कॉलेजों को प्राथमिकता के घटते हुए क्रम में भरने का एक ही अवसर मिलेगा। लॉक करने के बाद बदलाव संभव नहीं।
ये मिलेंगे प्रोग्राम्स
विद्यार्थी 100 कॉलेजों के 600 से अधिक प्रोग्राम्स के लिए कॉलेज विकल्प भरेंगे। जोसा की वेबसाइट पर विद्यार्थी कॉलेजों की गत वर्षों की ओपनिंग व क्लोजिंग रैंक देखकर रुझान और अपनी स्थिति का अनुमान लगा सकते हैं। ब्रांच लेने की प्राथमिकता को ध्यान में रख पर्याप्त कॉलेजेज की च्वाइस भरनी चाहिए।