रंगारंग कार्यक्रमों की धूम, कलाकारों ने बांधा समा
कोटाPublished: Oct 07, 2019 07:12:38 pm
हाट चौक पर नगर पाालिका की ओर से मां भगवती का जागरण
Jagran organized to celebrate Navratri
रावतभाटा. शिरडी वाले सांई बाबा…भजन जब दिल्ली से आई म्यूजिकल ग्रुप की ओर से प्रस्तुत किया गया तो वह मौजूद भक्त भक्तिरस में मस्त हो गए। भजनों सुनकर भक्त झूम उठे। उन्होंने जमकर तालियां बजाई।
मौका था हाट चौक पर नगर पाालिका की ओर से आयोजित मां भगवती के जागरण का। यह दिल्ली की संजू बाबा एंड पार्टी के बैनर तले जागरण आयोजित किया गया। इसकी शुरुआत रात 10 बजे गणेश वंदना से हुई। भजन कलाकार ने जैसे ही देवश्री गणेश देवा श्रीगणेश… भजन प्रस्तुत किया तो वहां मौजूद भक्तों ने हाथ जोड़कर नमन किया। कई भक्त खड़े होकर नाचने लगे। इसके बाद माताजी के भजन नसीबा तेरा जाग जाएगा…. को सुनकर भक्त भाव विभोर हो गए। भजन कलाकारों ने रातभजन एक से बढ़कर एक भजन प्रस्तुत किए, जिससे सुनने के लिए भक्त सुबह तक जमे रहे। कलाकारों ने शिरडी वाले सांई बाबा…., मेरा भोला है भंडारी….सहित अनेक भजनों को प्रस्तुत किया गया। भजन संध्या में हनुमानजी, भोलेनाथ, गणेश सहित कई प्रकार की सजीव झांकियां सजाई गई थी, जिन्हें भी भक्तों ने सराहा। इसके लिए दिल्ली से विशेष रूप से कलाकारों को बुलाया गया था।
40 बुजुर्ग महिलाओं का हुआ सम्मान
कार्यक्रम के दौरान 40 बुजुर्ग महिलाओं का सम्मान किया गया। इन्हें शॉल व माताजी का दुपट्टा ओड़ाकर सम्मान किया गया। इनमें राधे मंडल, सार्वजनिक गणेश महिला मंडल, महापालेश्वर महिला मंडल, हिंगलाज माता महिला मंडल आदि मंडलों की महिलाओं को सम्मानित किया गया।
एसडीएम ने कलाकारों के साथ स्वर मिलाएं
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उपखंड रामस्वरूप गुर्जर थे। उन्होंने स्टेज पर जैसे ही भजन कलाकारों को भजन प्रस्तुत करते हुए देखा गया तो उनसे रहा नहीं गया। उन्होंने भी माइक लेकर भजन कलाकारों के साथ भजनों पर सूर मिलाना शुरू कर दिया। जागरण में नगर पालिका अध्यक्ष धर्मेन्द्र तिल्लानी भी मौजूद थे।
सैकड़ों की संख्या मेें लोग पहुंचे
भजन संध्या की शुरुआत रात 10 बजे हुई थी लेकिन भक्तों का आना रात 9 बजे से शुरू हो गया। भजन संध्या जैसे ही शुरू हुई। इस दौरान भक्तों की भीड़ भी बढऩा शुरू हुई। रात करीब 11 बजे तक वहां पर पैर रखने की जगह नहीं थी। ऐसे ें सैकड़ों की संख्या में भक्तों ने खड़े-खड़े भजन संध्या का आनंद लिया।