scriptकोरोना का असर… ” तन्हाई ”में जन्मेंगे कृष्ण कन्हाई | Janmashtami Festival- 2020 in Kota city | Patrika News

कोरोना का असर… ” तन्हाई ”में जन्मेंगे कृष्ण कन्हाई

locationकोटाPublished: Aug 12, 2020 01:28:35 pm

Submitted by:

Hemant Sharma

कोटा. कृष्ण जन्माष्टमी बुधवार को मनाई जा रही है। रात्रि को ठीक 12 बजे कृष्ण कन्हाई जन्मेंगे। सुबह से ही लोगोंने इसकी तैयारियां शुरू कर दी। घर घर कृष्ण जन्मोत्सव मनाने की तैयारी है। लोगांे ने व्रत उपवास रखे हैं। अब रात को जन्म पर ठाकुरजी को पंचामृत स्नान करवाया जाएगा।
 

krishn janmashtmi

कोरोना का असर… ” तन्हाई ”में जन्मेंगे कृष्ण कन्हाई

कोटा. कृष्ण जन्माष्टमी बुधवार को मनाई जा रही है। रात्रि को ठीक 12 बजे कृष्ण कन्हाई जन्मेंगे। सुबह से ही लोगोंने इसकी तैयारियां शुरू कर दी। घर घर कृष्ण जन्मोत्सव मनाने की तैयारी है। लोगांे ने व्रत उपवास रखे हैं। अब रात को जन्म पर ठाकुरजी को पंचामृत स्नान करवाया जाएगा। विशेष शृंगार होगा। बधाईयां गाईं जाएगी, माखन मिश्री का भोग लगाया जाएगा।
विशेष रूप से तैयार की गई पंजेरी का भोग लगेगा। मंदिरों में भी कृष्ण जन्मोत्सव मनाए जा रहे हैं। जन्म के अवसर पर ठाकुरजी का विशेष शृंगार किया जाएगा, लेकिन इस वर्ष कोरोना संक्रमण का भी असर कृष्ण जन्माष्टमी पर दिखेगा।
सरकार की गाइडलाइन के तहत गत दिनों से मंदिरों के बंद होने के कारण पर्व को परम्पराओं के तहत ही आयोजन हो रहे हैं। कोरोना को देखते हुए श्रद्धालुओं के लिए मंदिर के कपाट बंद रहेंगे। कृष्ण कन्हाई के जन्म के मौके पर श्रद्धालु मोहिनी मूरत के दर्शन नहीं कर सकंेंगे। सरकार के दिशा निर्देशों के अनुसार पुजारी व सेवा करने वाले कुछ लोग ही उपस्थित रहेेंगे। प्रशासन के दिशा निर्देशों के अनुसार मंदिर समितियों व पुजाारियों तथा धार्मिक संस्थाओं के पदाधिकारियों ने भी श्रद्धालुओं से अपील की है कि वह घर पर ही श्रद्धापूर्वक जन्माष्टमी मनाए।
शहर में कृष्ण जन्माष्टमी के दूसरे दिन गुरुवार को नंदोत्सव मनाया जाएगा, लेकिन इस दिन भी श्रद्धालुओं को दर्शन करने का अवसर नहीं मिलेगा। कई मंदिरों मंें श्रधालुओं के लिए ऑनलाइन दर्शनों की व्यवस्था की है। फैसबुक पैज, वाट्सएप गु्रप, विडियो के माध्यम से श्रद्धालुओं को दर्शन करवाए जाएंगे।
कहां किस तरह आयोजन

हालांकि मंदिरों में श्रद्धालुओं को प्रवेश नहीं मिलेगा, लेकिन मथुराधीश के बड़े मंदिर, महाप्रभुजी के बड़े मंदिर, गढ़ पैलेस स्थित बृजनाथ जी के बड़े मंदिर,टिपटा-पाटनपोल स्थित फूल बिहारी मथुराधीशजी समेत अन्य मंदिरों में परम्परागत ढंग से कृष्ण जन्माष्टमी मनाई जा रही है। गुरुवार को नंदोत्सव मनाया जाएगा। पाटनपोल स्थित महाप्रभुजी के बड़े मंदिर में जन्माष्टमी पर शाम को 6 बजे उत्थापन व 12 बजे जन्म पर पंचामृत स्नान के दर्शन होंगे।
मंदिर के व्यवस्थापक गोस्वामी विनय बाबा ने बताया कि १३ को सुबह ८.३० बजे से नंदोत्सव मनाया जाएगा। ठाकुरजी को रजत पलने में झुलाया जाएगा। श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश नहीं मिलेगा। देवस्थान विभाग से संचालित फूल बिहारीजी के मंदिर में 12 रात को 10.30 से 11.30 बजे तक जागरण,12 बजे जन्म उत्सव मनाया जाएगा। रात भर सेवा चलेगी। गुरुवार को सुबह पलना नंदमहोत्सव मनाया जाएगा। रंगबाड़ी स्थित बांके मंदिर में बुधवार को शाम को 5 बजे से 11.30 तक पट खुलेंगे। रात को 12 से 12.30 तक जन्मोत्सव,13 को तड़के ४ बजे मंगला,८ बजे से नंदोत्सव मनाया जाएगा। तलवंडी स्थित राधाकृष्ण मंदिर में रात को 12 बजे जन्मोत्सव व गुरुवार को नंदोत्सव मनाया जाएगा। राधाकृष्ण मंदिरों के अलावा अन्य मंदिरों में कृष्ण जन्माष्टमी मनाई जा रही है।
कृष्ण की लीला न मटकी फोड़ प्रतियोगिता

शहर में कृष्ण जन्माष्टमी पर गीता भवन, तलवंडी स्थित राधाकृष्ण मंदिर, डीसीएम, टीलेश्वर महादेव मंदिर समेत कई पार्कों व सार्वजनिक स्थानों पर आकर्षक झांकियां सजाई जातीं है। इनमें कृष्ण की विभिन्न लीलाओं के दर्शन करवाए जाते हैं, लेकिन इस वर्ष कोरोना संक्रमण को देखते हुए झांकियां नहीं बनाई गई है। हर वर्ष की तरह जन्माष्टमी पर मटकी फोड़ जैसी प्रतियोगिताओं के आयोजन भी नहीं हो रहे हैं।

बाजारों में रौनक
मंदिरों में तैयारी कृष्ण जन्माष्टमी पर भले ही मंदिरों व सार्वजनिक स्थानों पर विशेष झांकियां नहीं सजाई जाएंगी, लेकिन लोगों में पर्व को लेकर गजब का उत्साह है। लोग घर में ही कृष्ण जन्म का इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने घरों में झांकियां सजाई है। कृष्ण के जन्मदिन पर व्रत रखा है। बाजारों मेें विशेष रौनक है। जगह जगह ठाकुरजी के शृंगार कि दुकानें सजीं, इन पर लोगों ने झूले, पोशाक, मोरपंख व सिंहासन इत्यादि खरीदे जा रहे हैं। पूजा पाठ सामग्री की स्थाई दुकानों के अलावा अन्य दुकानें भी सजी हुई है।
कोटा में कृष्णजन्माष्टमी हर्षोल्लास से मनाई जा रही है।
श्रद्धालुओं से अपील

मंदिर समितियों के पदाधिकारियों ने श्रद्धालुआंें से अपील की है कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए सरकारर की गाइडलाइन की पालना करें।घर में ही भक्तिभाव से जन्माष्टमी मनाएं। महाप्रभुजी के बड़े मंदिर के प्रबंधक गोस्वामी विनय बाबा ने कहा है कि घर परिवार के साथ कृष्ण जन्मोत्सव व नंदोत्सव मनाएं।भगवान सभी जगह विद्यमान हैं।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो