जहां 12 वीं कक्षा के सिलेबस से 35 अंकों के 10 प्रश्न पूछे गए वहीं पर 11 वीं कक्षा के सिलेबस 27 अंकों के 8 प्रश्न पूछे गए। इसी तरह यदि पेपर 2 की बात की जाए तो 11वीं एवं 12वीं कक्षा के सिलेबस समान मात्रा में 31 अंकों के 9 प्रश्न पूछे गए। यदि संपूर्ण प्रश्न पत्र की बात करें तो 124 अंकों में से 66 अंकों के प्रश्न 12 वीं के सिलेबस तथा 58 अंकों के प्रश्न 11 वीं के सिलेबस से थे।
यदि प्रश्नों की संख्या की बात की जाए तो 12वीं कक्षा के सिलेबस से 19 प्रश्न तथा 11 वीं कक्षा के सिलेबस 17 प्रश्न पूछे गए। फिजिक्स में इलेक्ट्रोस्टेटिक्स, कैपेसिटर तथा करंट इलेक्ट्रिसिटी से गुणात्मक प्रश्न पूछे गए। मैकेनिक्स तथा थर्मोडायनेमिक्स से काफी संख्या में प्रश्न पूछे गए।
कॅरिअर पॉइंट के प्रबंध निदेशक प्रमोद माहेश्वरी सर के अनुसार, मॉडर्न फिजिक्स तथा मैकेनिक्स का भी अपना प्रभाव रहा। आश्चर्यजनक यह रहा की प्रैक्टिकल फिजिक्स जैसे महत्वपूर्ण हिस्से से कोई प्रश्न नहीं पूछा गया, जबकि पिछले वर्षों में इस भाग से लगातार प्रश्न पूछे जा रहे थे। एक और विशेषता यह रही की काफी समय पश्चात घिरनी से संबंधित प्रश्न, प्रश्न पत्र में देखा गया।
यदि अंक विभाजन की बात की जाए तो सर्वाधिक 32 अंकों के प्रश्न इलेक्ट्रोडायनेमिक्स से, 25 अंकों के प्रश्न मैकेनिक्स से, रे एवं वेव ऑप्टिक्स से 21 अंकों के प्रश्न तथा मॉडर्न फिजिक्स से 13 अंकों के प्रश्न पूछे गए है।
मैथ्स कॅरिअर पॉइंट के प्रबंध निदेशक प्रमोद माहेश्वरी सर के अनुसार, गणित के प्रश्न पत्र की बात की जाए तो एलजेबरा एवं केलकुलस से काफी प्रश्न पूछे गए। एलजेबरा से कुल 14 एवं केलकुलस से कुल 8 प्रश्न थे। गणना अधिक होने के कारण केलकुलेशन पेपर लेंदी रहा। इस पेपर में अच्छा स्कोर होने की संभावना कम है।
कैमेस्ट्री कॅरिअर पॉइंट के प्रबंध निदेशक प्रमोद माहेश्वरी सर के अनुसार, यदि कैमेस्ट्री के प्रश्न पत्र की बात की जाए तो सर्वाधिक 13 प्रश्न फिजिकल कैमेस्ट्री से पूछे गए। ऑग्रेनिक एवं इनऑग्रेनिक से क्रमशः 12 और 11 प्रश्न थे। इस प्रश्न पत्र को सामान्य श्रेणी के प्रश्न पत्र में रखा जा सकता है।