मृदुल अग्रवाल को इतिहास में पहली बार जेईई एडवांस परीक्षा में 348 अंक 360 में से आए हैं। यह 96.66 प्रतिशत है।
जेईई-एडवांस्ड के इतिहास में सर्वाधिक अंक 348 अंक प्राप्त कर ऑल इंडिया रैंक-1 प्राप्त करने वाला छात्र मृदुल अग्रवाल धुन का पक्का है और अपनी क्रिएटिविटी के आधार पर स्टार्टअप शुरू करना चाहता है। जेईई मेन में आल इंडिया रैंक-1 प्राप्त करने वाले मृदुल अग्रवाल ने फरवरी जेईई-मेन के बाद मार्च में भी 100 पर्सेन्टाइल प्राप्त किया है। मार्च जेईई-मेन में मृदुल ने 300 में से 300 अंक प्राप्त किए। समय का सदुपयोग करने की कोशिश करने वाले मृदुल अग्रवाल ने कहा कि 100 पर्सेन्टाइल को लेकर कोशिश की थी, जो सफल रही, जेईई-एडवांस्ड में अच्छे रिजल्ट की आशा थी जो पूरी हो गई। मैं रोजाना का टारगेट लेकर पढ़ाई करता हूं और उस दिन वो टॉपिक खत्म करके ही सोता हूं, सुबह की भी तैयारी रहती है कि अगले दिन क्या पढ़ाई करनी है। योजनाबद्ध तरीके से पढ़ाई करना मुझे अच्छा लगता है। रोजाना 6 से 8 घंटे सेल्फ स्टडी हो जाती है। लॉकडाउन के चलते मैंने समय का बहुत सदुपयोग किया। घर बैठकर ही ऑनलाइन पढ़ाई की। अब आगे आईआईटी मुंबई से कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई करना चाहता हूं। इसके बाद खुद का स्टार्टअप शुरू करना चाहता हूं। परिवार मूलत: जयपुर निवासी है। पिता प्रदीप अग्रवाल एक निजी फर्म में अकाउंट्स मैनेजर हैं। वहीं मां पूजा अग्रवाल गृहणी हैं। मुझे पूरे साल मां और टीचर्स ने पढ़ाई के लिए खूब मोटिवेट किया। मूवीज देखना अच्छा लगता है।
मृदुल ने 10वीं कक्षा में 98.2 प्रतिशत एवं 12वीं कक्षा 98.66 प्रतिशत अंक प्राप्त किए। जेईई मेन में ऑल इंडिया रैंक-1 हासिल करने के साथ ही बिटसेट में 428 अंक स्कोर किए। मृदुल एनटीएसई स्कॉलर होने के साथ ही केवीपीवाय में ऑल इंडिया रैंक प्राप्त कर चुका है। कक्षा 9 में आईजेएसओं के लिए ओसीएससी कैंप के लिए चयनित हो चुका है। कक्षा 11 और 12वीं में ओसीएससी कैंप फॉर फिजिक्स के लिए चयनित हुआ था। कक्षा 12वीं में मृदुल का चयन ओसीएससी कैंप फॉर एस्ट्रोनोमी के लिए हो चुका है। इसके अलावा आईओक्यूपी, आईओक्यूसी, आईओक्यूए और आईओक्यूएम के लिए भी चयनित है।