कॅरियर काउंसलिंग एक्सपर्ट अमित आहूजा ने बताया कि जेईई मेन अप्रेल आवेदन में बहुत से विद्यार्थी गलतियां करते दिखाई दे रहे हैं। दरअसल जेईई मेन पोर्टल पर अप्रेल परीक्षा के आवेदन के लिए दो विकल्प दिए गए हैं, जिनमें से पहला विकल्प उन विद्यार्थियों के लिए है, जो पहली बार अप्रेल के एग्जाम में बैठने वाले हैं, दूसरा विकल्प जनवरी में परीक्षा देने के उपरान्त, अप्रेल में पुन: जेईई मेन परीक्षा देने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए रखा गया है, परन्तु कई विद्यार्थी जनवरी में परीक्षा देने के उपरान्त भी पहली बार अप्रेल की परीक्षा के लिए आवेदन करने के लिए दिए गए विकल्प पर जाकर अपना आवेदन कर रहे हैं। इससे उनकी आवेदन संख्या अलग-अलग आ रही है। अत: विद्यार्थी अपनी योग्यतानुसार सही विकल्प पर जाकर ही अपना आवेदन करें। इधर, एनटीए द्वारा भी विद्यार्थियों को मल्टीपल डुप्पीकेट आवेदन नहीं करने से संबंधित दिशा निर्देश दिए जा चुके हैं।
चेक प्वॉइंट लगाए विद्यार्थियों के जेईई मेन अप्रेल आवेदन में त्रुटि को रोकने के लिए चेक प्वॉइंट लगाए हैं। इसमें पूर्व में भरी गई सूचनाओं का मिलान करें। यदि विद्यार्थी पूर्व में जनवरी जेईई मेन देने के उपरान्त पुन: अप्रेल परीक्षा के लिए गलती से नए विद्यार्थी के रूप में आवेदन करता है तो उसे जनवरी का ही आवेदन नंबर आंवटित कर सही विकल्प पर जाकर पूर्ण आवेदन करने की सलाह दी जा रही है, क्योंकि जनवरी व अप्रेल दोनों परीक्षाओं में आवेदन करने वाले विद्यार्थियों के आवेदन क्रमांक एक ही रखे गए हैं और उसी के अनुसार विद्यार्थी की दोनों परीक्षाएं देने पर उनके दोनों एनटीए स्कोर सिंक कर अधिकतम एनटीए स्कोर के आधार पर ऑल इंडिया रैंक एवं जेईई एडवांस्ड देने की पात्रता घोषित की जा सके।