शिक्षक हनुमान की जिंदगी बचाने के लिए
छात्र निभा रहे एकलव्य की भूमिका गत वर्ष दोनों जेईई मेन परीक्षाओं में कुल 12 लाख 37 हजार 852 विद्यार्थियों ने आवेदन किया था। जेईई मैन्स के माध्यम से देश की 31 एनआईटी, 25 ट्रिपलआईटी, 28 जीएफ टीआई की लगभग 30 हजार 814 सीटों के साथ-साथ 8 राज्यों के इंजीनियरिंग कॉलेज व कुछ अन्य प्रमुख इंजीनियरिंग संस्थानों में प्रवेश मिलता है। विद्यार्थी दोनों जेईई मेन परीक्षाओं में से एक परीक्षा भी दे सकता है व दोनों ही परीक्षाओं में भी बैठ सकता है। यदि विद्यार्थी दोनों परीक्षाएं देता है तो दोनों परीक्षाओं के प्राप्त अधिकतम एनटीए स्कोर के आधार पर ही विद्यार्थी की जेईई मेन ऑल इंडिया रैंक एवं जेईई एडवांस्ड देने की पात्रता मानी जाएगी। साथ ही विद्यार्थी जेईई मेन परीक्षा 12वीं के साथ एक बार एवं 12वीं के उपरांत लगातार दो वर्षोंं तक दे सकता है। आईआईटी व एनआईटी प्रवेश के लिए विद्यार्थियों को अपने-अपने बोर्ड में कैटेगरी अनुसार टॉप 20 पर्सेन्टाइल या फि र सामान्य व ओबीसी के विद्यार्थियों को औसतन 75 प्रतिशत एवं एससी/एसटी विद्यार्थियों को 65 प्रतिशत अंक लाने होंगे।
छात्र निभा रहे एकलव्य की भूमिका गत वर्ष दोनों जेईई मेन परीक्षाओं में कुल 12 लाख 37 हजार 852 विद्यार्थियों ने आवेदन किया था। जेईई मैन्स के माध्यम से देश की 31 एनआईटी, 25 ट्रिपलआईटी, 28 जीएफ टीआई की लगभग 30 हजार 814 सीटों के साथ-साथ 8 राज्यों के इंजीनियरिंग कॉलेज व कुछ अन्य प्रमुख इंजीनियरिंग संस्थानों में प्रवेश मिलता है। विद्यार्थी दोनों जेईई मेन परीक्षाओं में से एक परीक्षा भी दे सकता है व दोनों ही परीक्षाओं में भी बैठ सकता है। यदि विद्यार्थी दोनों परीक्षाएं देता है तो दोनों परीक्षाओं के प्राप्त अधिकतम एनटीए स्कोर के आधार पर ही विद्यार्थी की जेईई मेन ऑल इंडिया रैंक एवं जेईई एडवांस्ड देने की पात्रता मानी जाएगी। साथ ही विद्यार्थी जेईई मेन परीक्षा 12वीं के साथ एक बार एवं 12वीं के उपरांत लगातार दो वर्षोंं तक दे सकता है। आईआईटी व एनआईटी प्रवेश के लिए विद्यार्थियों को अपने-अपने बोर्ड में कैटेगरी अनुसार टॉप 20 पर्सेन्टाइल या फि र सामान्य व ओबीसी के विद्यार्थियों को औसतन 75 प्रतिशत एवं एससी/एसटी विद्यार्थियों को 65 प्रतिशत अंक लाने होंगे।