यह भी पढ़ें
दलित समाज ने भरी हुंकार, गुंजल को पार्टी से निष्काषित नहीं किया तो बस्तियों में घुसने नहीं देंगे भाजपा नेताओं को
यदि भाजपा को राजस्थान में भी कनार्टक जैसी जीत चाहिए तो उसे अपने विधायकों को मर्यादा में रखना होगा। यह तभी संभव है जब जनता के द्वारा जनता के लिए चुने गए नेता अपनी भाषा और जुबान पर लगाम रखेंगे।
यह भी पढ़ें
राजावत का ‘राजा’ पर हमला: दुष्यंत बंद करो 2 लाख राजपूतों को छोड़ छोटी जातियों को ढोक लगाना
राजावत की जुबान पर लगे लगाम भाजपा हाई कमान को विवादित बयान देकर सुर्खियां बटोरने वाले विधायक भवानी सिंह राजावत की जुबान पर लगाम लगाना होगा। हाल ही में सोमवार को छावनी स्थित एक सभागार में आयोजित राजपूतों की सभा में राजावत ने झालावाड़ सांसद दुष्यंतसिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि झालावाड़ में दो लाख राजपूत है, लेकिन सांसद राजपूतों के घर तक नहीं जाते। दुष्यंत को राजपूतों का डर नहीं है।
सांसद राजपूतों की उपेक्षा कर छोटी जातियों के लोगों के यहां ढोक लगाते फिर रहे हैं। उनके इस बयान से साम्प्रदायिक सौहार्द बिगड़ रहा है। समाज को धर्म व जातियों के समीकरणों में उलझाकर वर्ग विशेष को नाराज कर रहे हैं।
राजस्थान की राजनीति में भूचाल: गुंजल के खिलाफ सड़कों पर उतरा दलित समाज, कहा-हम बताएंगे कौन है दो कोड़ी का MLA
अधिकारी वीसीआर भरने आए तो पेड़ से बांध दो 4 मार्च 2018 को छावनी स्थित एक होटल में कार्यकर्ताओं की सभा को सम्बोधित करते हुए राजावत ने विवादित बयान देकर सरकारी कर्मचारियों को नाराज कर दिया। उन्होंने कहा, गांवों में बिजली विभाग वाले वीसीआर भरने आएं तो उन्हें पेड़ से बांध दो…ऐसा करने से कर्मचारी दोबारा नहीं आएंगे। बयान के बाद हाड़ौती में बिजली कर्मचारी अधिकारी व अन्य विभागों के नौकरशाही सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतर आए।
अधिकारी वीसीआर भरने आए तो पेड़ से बांध दो 4 मार्च 2018 को छावनी स्थित एक होटल में कार्यकर्ताओं की सभा को सम्बोधित करते हुए राजावत ने विवादित बयान देकर सरकारी कर्मचारियों को नाराज कर दिया। उन्होंने कहा, गांवों में बिजली विभाग वाले वीसीआर भरने आएं तो उन्हें पेड़ से बांध दो…ऐसा करने से कर्मचारी दोबारा नहीं आएंगे। बयान के बाद हाड़ौती में बिजली कर्मचारी अधिकारी व अन्य विभागों के नौकरशाही सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतर आए।
दलित समाज को किया नाराज गत दिनों जिला स्तरीय बैठक में कोटा उत्तर विधायक प्रहलाद गुंजल ने अपनी ही पार्टी की रामगंजमंडी विधायक चंद्रकांता मेघवाल को अपशब्दों से अपमानित कर दिया। उन्होंने भरी सभा में मेघवाल को दो कौड़ी की नेता कहकर दलित समाज को अपने और पार्टी के खिलाफ कर लिया। सड़कों पर जगह-जगह सरकार के खिलाफ धरना-प्रदर्शन होने लगे। आगामी विधानसभा चुनाव के समय समाजों में यह नाराजगी पार्टी को सत्ता से बेदखल करने के लिए काफी है।
विधायक चंद्रकांता के पति ने थाने में जड़ा सीआई को थप्पड़ भाजपा कार्यकर्ता चालान काट रहे पुलिस कर्मियों का विरोध करने महावीर नगर थाने पहुंचे। जहां सीआई श्रीराम बड़सरा ने जब समझाइश की कोशिश की तो रामगंजमंडी विधायक चंद्रकांता मेघवाल के पति नरेंद्र मेघवाल ने उन्हें चांटा जड़ दिया।
इसके बाद भाजपा कार्यकर्ता और पुलिसकर्मी आपस में भिड़ गए। पुलिस ने हालात पर काबू पाने के लिए लाठीचार्ज किया तो भाजपा कार्यकर्ताओं ने पेट्रोल पंप में आग लगा दी। घटना से के बाद शीर्ष नेतृत्व ने सीआई और पुलिसकर्मियों को सस्पेंड करवा दिया। इससे सरकार को राजस्थान पुलिसकर्मियों की नाराजगी झेलनी पड़ी।