इससे पहले दिनभर बाजारों में भी करवा चौथ को लेकर खरीदारी होती रही। बाजारों में दुकानों पर महिलाओं ने करवा व अन्य पूजन सामग्री की खरीदारी की। शाम सजधज व सोलह श्रृंगार में सजी महिलाओं ने सामूहिक रूप से पूजा-अर्चना की। अविवाहित युवतियों ने भी अच्छे वर की कामना को लेकर व्रत किया। महिलाओं ने सूर्य उदय से पहले अपना निर्जला व्रत शुरू कर दिया। शाम को चंद्र उदय से पहले गणेश, शिव-पार्वती की पूजा की। करवा चौथ की कथा का स्मरण किया। रात 8.30 बजे बाद चंद्र दर्शन के बाद महिलाओं ने चन्द्रमा की पूजा-अर्चना की। उसके बाद पति के ललाट पर तिलक लगाकर छलनी में पति के दर्शन किए। कुछ महिलाओं ने पति के दूसरे शहर में होने के कारण वीडियो कॉल कर दीदार किए। विजयवर्गीय नवयुवक मंडल के तत्वावधान में विजयवर्गीय महिला मंडल की ओर से करवा चौथ हर्षोल्लास के साथ विनोबा भावे नगर स्थित स्वामी रामचरण धर्मशला में मनाई। अध्यक्ष दर्शना लेखराज गांधी ने बताया कि करवा चौथ का सामूहिक उद्यापन किया गया और महिलाओं को सुहाग का समान भेंट किया गया। जगतमाता मंदिर के पुजारी जगत सुखवानी ने बताया कि मंदिर में महिलाओं ने करवाचौथ व्रत कथा सुनी और मां गौरी शंकर का पूजन कर अपने वर की लम्बी उम्र की कामना की।
इससे पहले दिनभर बाजारों में भी करवा चौथ को लेकर खरीदारी होती रही। बाजारों में दुकानों पर महिलाओं ने करवा व अन्य पूजन सामग्री की खरीदारी की। शाम सजधज व सोलह श्रृंगार में सजी महिलाओं ने सामूहिक रूप से पूजा-अर्चना की। अविवाहित युवतियों ने भी अच्छे वर की कामना को लेकर व्रत किया। महिलाओं ने सूर्य उदय से पहले अपना निर्जला व्रत शुरू कर दिया। शाम को चंद्र उदय से पहले गणेश, शिव-पार्वती की पूजा की। करवा चौथ की कथा का स्मरण किया। रात 8.30 बजे बाद चंद्र दर्शन के बाद महिलाओं ने चन्द्रमा की पूजा-अर्चना की। उसके बाद पति के ललाट पर तिलक लगाकर छलनी में पति के दर्शन किए। कुछ महिलाओं ने पति के दूसरे शहर में होने के कारण वीडियो कॉल कर दीदार किए। विजयवर्गीय नवयुवक मंडल के तत्वावधान में विजयवर्गीय महिला मंडल की ओर से करवा चौथ हर्षोल्लास के साथ विनोबा भावे नगर स्थित स्वामी रामचरण धर्मशला में मनाई। अध्यक्ष दर्शना लेखराज गांधी ने बताया कि करवा चौथ का सामूहिक उद्यापन किया गया और महिलाओं को सुहाग का समान भेंट किया गया। जगतमाता मंदिर के पुजारी जगत सुखवानी ने बताया कि मंदिर में महिलाओं ने करवाचौथ व्रत कथा सुनी और मां गौरी शंकर का पूजन कर अपने वर की लम्बी उम्र की कामना की।