अधिकारियों द्वारा ने पुष्प वर्षा कर उनका स्वागत किया। आत्मियता से गले लगाकर अपनेपन का अहसास कराया। जिला कलक्टर ने प्रत्येक वृद्धजन से व्यक्तिश: संवाद किया। बच्चे जिला कलक्टर का प्यार पाकर उत्साहित दिखे। कलक्टर ने भी अनेक बच्चों को गोद मेंं उठाकर दुलारा।
प्रदेश में पहली बार किए गए इस नवाचार से जहां निराश्रितों को एक साथ फि ल्म देखने का मौका मिला, वहीं वृद्धजन एकाकीपन से बाहर आकर खुशी से खिलखिला उठे। प्रशासन की टीम ने सिनेमा हॉल तक पहुंचने के लिए सभी दिव्यांगजन, निराश्रितों को भामाशाहों के सहयोग से वाहन की सुविधा उपलब्ध करार्ई। सिनेमा हॉल पहुंचने पर ढोल-नगाड़ों के साथ स्वागत किया। नवाचार में जीएमए प्लाजा के अध्यक्ष भामाशाह राकेश जैन का सहयोग मिला।
व्हील चेयर से भी पहुंचे
अपना घर आश्रम के सचिव मनोज जैन आदिनाथ ने बताया कि 5 निराश्रित व्हील चेयर से फि ल्म देखने पहुंचे। पिछले दिनों लम्बी बीमारी से ग्रसित रही पूनम कंवर भी व्हील चेयर पर बैठकर मूवी देखने पहुंची।
आशीर्वाद के लिए उठे हाथ
प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों द्वारा वृद्धजन, निराश्रितों का माला पहनाकर स्वागत किया तो वृद्धजन भी अधिकारियों को आशीर्वाद देने से अपने आपको नहीं रोक पाए। वृद्धजनों ने कलक्टर से कहा कि ऐसा एहसास हो रहा है कि सभी अधिकारी हमारे अपने परिवारजन हैं।
गोद में उठाकर लगाया गले
अपना घर आश्रम के निराश्रित दिव्यांग बच्चे जो कभी किसी की गोद में बैठने का सुख प्राप्त नहीं कर पाये, ऐसे लोगों को आज जिला कलक्टर ने गोद में उठाया, गले से लगाया। बच्चे भी कलक्टर के लिपट गए। इस अभिनव पहल के दौरान एसपी ग्रामीण राजन दुष्यंत, अतिरिक्त कलक्टर प्रशासन नरेन्द्र गुप्ता, निगम आयुक्त वासुदेव मालावत, एएसपी शहर दिलीप सैनी, जिला आबकारी अधिकारी दीपेन्द्र सिंह, पुनर्वास अधिकारी अशोक कुमार जांगिड़, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक ओमप्रकाश तोषनीवाल, सहायक निदेशक सविता कृष्णैया और मुख्य आयोजना अधिाकरी जे.पी महावर सहित पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहे।